मोदी सरकार 3.0: नरेंद्र मोदी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं. उनके साथ 71 मंत्रियों ने शपथ ली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में बीजेपी के एनडीए सहयोगियों को पांच कैबिनेट मंत्री पद मिले हैं. लोकसभा में बहुमत के लिए पार्टी सहयोगी दलों पर निर्भर है. सबसे बड़ा सवाल ये है कि बीजेपी कौन से मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है. शीर्ष मंत्रालय बीजेपी के पास रहेगा.
राजनीति में चर्चा चल रही है कि टीडीपी और जेडीयू ने कुछ अहम मंत्रालयों की मांग की है. टीडीपी ने लोकसभा अध्यक्ष पद की भी मांग की है.
मोदी 2.0 में सहयोगियों के पास केवल 1 कैबिनेट पद है
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में बीजेपी की सहयोगी पार्टियों (एनडीए) को पांच कैबिनेट मंत्री पद दिए गए. उस समय बीजेपी के पास प्रचंड बहुमत था. लेकिन इस बार तीसरे कार्यकाल में बहुमत नहीं होने के कारण लोकसभा में बहुमत के लिए सहयोगी दलों पर निर्भर है. मोदी 3.0 में जनता दल (सेक्युलर) के एचडी कुमारस्वामी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी, जनता दल (यूनाइटेड) के राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, तेलुगु देशम पार्टी के किंजरपु राम मोहन नायडू और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान शामिल हैं। )। ह ाेती है रविवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पासवान ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
प्रधानमंत्री मोदी ने 30 कैबिनेट मंत्रियों, पांच स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों और 36 मंत्री पद की शपथ दिलाई. प्रधानमंत्री मोदी समेत कुल 31 कैबिनेट मंत्रियों में से पांच राज्यसभा के सदस्य हैं, जबकि उच्च सदन के छह अन्य सदस्यों को राज्य मंत्री बनाया गया है। ऐसे में इस बार बीजेपी की सहयोगी ताकतों को 5 मंत्रालय मिल सकते हैं. बीजेपी ये मंत्रालय अपने पास रखना चाहती है.