सूरत में है लक्ष्मी माता का ये ऐतिहासिक मंदिर, दर्शन से पहले जान लें ये बातें

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दिवाली 2024, सूरत में लक्ष्मी मंदिर: गुजरात को मंदिरों का घर कहना गलत नहीं होगा। क्योंकि यहां कई ऐतिहासिक मंदिर हैं, जिन पर भक्तों की आस्था है। ऐसे कुछ मंदिरों का जिक्र आपको पौराणिक कथाओं में भी मिलेगा। त्योहारों के दौरान इन मंदिरों को खूबसूरती से सजाया जाता है। शाम के समय इन मंदिरों का नजारा और भी खूबसूरत दिखता है। अगर आप दिवाली पर दर्शन के लिए सूरत में माता लक्ष्मी मंदिर की तलाश में हैं तो यह लेख आपके काम आएगा।

श्री महालक्ष्मी मंदिर

यह सूरत में देवी लक्ष्मी का सबसे खास मंदिर माना जाता है। यह मंदिर विशाल और सुंदर है, इसलिए लोग दूर-दूर से इसके दर्शन के लिए आते हैं। यहां आपको देवी लक्ष्मी के साथ-साथ अन्य देवी-देवता भी मिलेंगे। दिवाली के दौरान मंदिर को और भी सजाया जाता है। यहां आपको पार्किंग की कोई दिक्कत नहीं होगी. क्योंकि यह खुले क्षेत्र में स्थित है।

स्थान- आनंद महल रोड, छत्रपति शिवाजी नगर, अडाजण, सूरत
समय- सुबह 6 बजे से दोपहर 1:30 बजे, शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक

मेरुम्हालक्ष्मी मंदिर

अगर आप सूरत में देवी लक्ष्मी का सबसे खूबसूरत मंदिर ढूंढ रहे हैं तो इससे बेहतर जगह आपको नहीं मिलेगी। श्री मेरु महालक्ष्मी मंदिर बहुत अच्छी वास्तुकला वाला स्थान है। इस परिसर में नवगृह देव, रुक्तेश्वर महादेव, राधा कृष्ण मंदिर और अनसूया माता मंदिर भी हैं। मंदिर में गायों को चारा खिलाने की भी सुविधा है। मंदिर के पास आपको 10 से 20 रुपए में घास मिल जाती है। जिसे आप दिवाली पर गाय को अपने हाथों से खिला सकते हैं.

स्थान- कॉजवे रोड, मोरारजी नगर, रांदेर, सूरत
समय- मंदिर सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहता है।

लक्ष्मी नारायण मंदिर

लक्ष्मी नारायण मंदिर सूरत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। इस मंदिर में आपको असीम शांति और शांति का अनुभव होगा। मंदिर तक पहुंचने में आपको ज्यादा समय नहीं लगेगा। क्योंकि आप यहां कहीं से भी किसी भी माध्यम से पहुंच सकते हैं। त्योहारों पर यहां भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया जाता है। दिवाली के दिन आप देवी माता का आशीर्वाद लेने के लिए सुबह-सुबह यहां जा सकते हैं।

स्थान- सूरत – कडोदरा रोड, बॉम्बे मार्केट, उमरवाड़ा, सूरत
समय- सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक, शाम 5 बजे से 8 बजे तक