यह चुनाव संविधान मंथन और अधिकार बचाने का : अखिलेश यादव

बिजनौर, 13 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा 2024 का चुनाव विशेष परिस्थितियों में होने जा रहा है। जहां एक तरफ संविधान से देश चलाने वाले लोग हैं, तो दूसरी तरफ वह ताकतें दिखाई दे रही हैं जो संविधान से दी गई एक-एक ताकतें हमसे छीन रही हैं। इस बार संविधान मंथन होने जा रहा है। यह बातें शनिवार को चुनाव प्रचार के लिए बिजनौर पहुंचे समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कही। वे नगीना सीट से पार्टी प्रत्याशी मनोज कुमार के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

अखिलेश यादव ने कहा कि पूरे देश के किसान दिल्ली पर बैठ गए थे, सालों साल किसान धरने पर बैठे रहे। वह मांग कर रहे थे कि एमएसपी चाहिए, तीनों काले कानून हमें नहीं चाहिए। तब आपने देखा कैसे फोर्स लगा दी, कील लगा दी बार्डर पर किसान गर्मी सर्दी बरसात में बैठे रहे।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि सोचिए कभी ये लोग जो 400 पार का नारा दे रहे हैं, अगर 400 जीत गए तो काले कानून लागू होंगे कि नहीं होंगे? अगर 400 जीत गई तो हमारी आपकी खेती और खेत में उगने वाली चीज ये बड़े-बड़े उद्योगपतियों के हवाले कर देंगे।

मंच से जनसभा में आई भीड़ से अखिलेश ने कहा कि हमने आपने ऐसे पढ़ा है ‘आईएनडीआईए’ इंडिया होता है। बीजेपी वाले बताओ क्या पढ़ते हैं, वो कहते हैं इंडी गठबंधन, सोचिए जो लोग इंडिया गठबंधन नहीं पढ़ पा रहा हैं उन्हें इस चुनाव में कौन वोट देगा।

इन्हीं के आंकड़े बताते हैं कि 10 साल में एक लाख किसानों ने आत्महत्या की है। जहां किसान दु:खी है, नाराज है वहीं ये सरकार हमारे नौजवानों के साथ, उनके भविष्य के साथ भी खिलवाड़ कर रही है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि परीक्षा का पेपर लीक हुआ है, सोचिए जो सरकार दावा करती थी कि पेपर लीक नहीं हो सकता है, हम वर्ल्ड क्लास इंतजाम करा रहे हैं, पुलिस भर्ती का पेपर लीक नहीं होगा। पेपर लीक हुआ कि नहीं हुआ?

हमने तो गणित बताया छात्र-नौजवानों वाला, आप भी समझिए, अगर 60 लाख बच्चों के पेपर लीक हुए हैं तो उनके माता पिता को गिन लें, तो 1 करोड़ 80 लाख लोग बनते हैं और यही एक करोड़ 80 लाख का भाग हम 80 सीटों से कर दें तो हर सीट पर बीजेपी के दो लाख 25 हजार वोट कम हुए हैं। अखिलेश ने उपस्थित जनता से चुनाव में सपा उम्मीदवारों को मतदान कर भारी वोटों से विजयी बनाने की अपील की।

अखिलेश ने जयंत पर कसा तंज

अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी का बिना नाम लिए उन पर निशाना साधा। जयंत ने पिछले दिनों पटखनी देने और शतरंज की चाल वाला बयान दिया था। इसके जवाब में अखिलेश ने नगीना जनसभा में कहा कि जो हमारे साथ आकर के रुपया बन गए थे, वो घोड़े की ढाई चाल से किधर जाके गिरें किसी को नहीं पता।