उत्तर प्रदेश का यह शहर 43000 करोड़ में होगा वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस उत्तर प्रदेश का यह शहर , मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब होगा विकसित

नोएडा शहर में विकास की ओर महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे शहर के विकास में नई ऊँचाइयों की प्राप्ति हो सकती है। नोएडा प्राधिकरण ने पिछले चार सालों में करीब 43,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे नए इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जा सका है।

नोएडा के नए विकास की योजना में “दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र” के रूप में एक नया शहर बनाने का प्रस्ताव शामिल है। इस नए शहर का क्षेत्रफल 20,000 हेक्टेयर है और यह पूरी तरह से शहरी होगा। इसमें औद्योगिक क्षेत्र, आईटी जोन, रेजिडेंशियल क्षेत्र, और शास्त्रीय क्षेत्रों की योजना शामिल है।

नोएडा के नए विकास के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है जिसे स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) ने कंसल्टेंट के रूप में नियुक्त किया है। नए नोएडा में गौतम बुध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांवों को शामिल किया गया है, जिससे शहर में आधुनिक सुविधाएँ मिलेंगी।

इस विकास के कार्यों में भारत सरकार की बड़ी महत्वाकांक्षी योजनाएं भी शामिल हैं, जिसमें दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, इंडस्ट्रियल जोन, और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की योजना शामिल हैं। इससे नोएडा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में रोजगार की संभावना है, जो शहर की आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करेगा।

यह विकास क्षेत्र शहरी और औद्योगिक क्षेत्रों को शामिल करने के साथ-साथ नई सुविधाओं, रोजगार के अवसरों, और आर्थिक संप्रेरणा का संचार करेगा। इससे नए नोएडा का निर्माण होगा, जो भविष्य में और भी उच्चतम ऊँचाइयों को प्राप्त कर सकता है।

नोएडा शहर में विकास की ओर महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे शहर के विकास में नई ऊँचाइयों की प्राप्ति हो सकती है। नोएडा प्राधिकरण ने पिछले चार सालों में करीब 43,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है, जिससे नए इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं को आगे बढ़ाया जा सका है।

नोएडा के नए विकास की योजना में “दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र” के रूप में एक नया शहर बनाने का प्रस्ताव शामिल है। इस नए शहर का क्षेत्रफल 20,000 हेक्टेयर है और यह पूरी तरह से शहरी होगा। इसमें औद्योगिक क्षेत्र, आईटी जोन, रेजिडेंशियल क्षेत्र, और शास्त्रीय क्षेत्रों की योजना शामिल है।

नोएडा के नए विकास के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है जिसे स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) ने कंसल्टेंट के रूप में नियुक्त किया है। नए नोएडा में गौतम बुध नगर के 20 और बुलंदशहर के 60 गांवों को शामिल किया गया है, जिससे शहर में आधुनिक सुविधाएँ मिलेंगी।

इस विकास के कार्यों में भारत सरकार की बड़ी महत्वाकांक्षी योजनाएं भी शामिल हैं, जिसमें दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, इंडस्ट्रियल जोन, और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास की योजना शामिल हैं। इससे नोएडा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में रोजगार की संभावना है, जो शहर की आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करेगा।

यह विकास क्षेत्र शहरी और औद्योगिक क्षेत्रों को शामिल करके नोएडा को एक महत्वपूर्ण ट्रांसपोर्ट हब बनाएगा, जिससे शहर की सुविधाएँ और विकास सुधारी जा सकेंगी। यह परियोजना लाखों लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने की संभावना लेकर आ रही है, जिससे शहर की आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकती है।