रात भर नींद नहीं आती? न्यूट्रिशनिस्ट की ये '2 मिनट वाली ट्रिक' है जादू, गोली से भी तेज है असर!
रात के 1 बज चुके हैं... आप पूरी तरह से थके हुए हैं... लेकिन दिमाग है कि दौड़ना बंद ही नहीं कर रहा। कल की मीटिंग, बच्चों की फीस, घर का राशन... हजारों ख्याल एक साथ चल रहे हैं। आप बस चाहते हैं कि किसी तरह नींद आ जाए, लेकिन यह नींद है कि आपसे रूठी हुई है।
अगर यह आपकी हर रात की कहानी है, तो यकीन मानिए, आप अकेले नहीं हैं। आज की तनाव भरी जिंदगी में अच्छी नींद एक लग्जरी बनती जा रही है। लेकिन नींद की गोली खाना इसका कोई हल नहीं है।
तो क्या करें? जवाब छिपा है आपकी रसोई और आपकी सांसों में! एक मशहूर न्यूट्रिशनिस्ट ने हाल ही में ऐसे 2 अचूक और असरदार हैक्स बताए हैं, जो आपके बेचैन दिमाग को सिर्फ कुछ ही मिनटों में शांत करके आपको गहरी नींद की दुनिया में ले जा सकते हैं।
हैक नंबर 1: दादी-नानी का नुस्खा, साइंस की मुहर के साथ - 'केले वाली चाय'
जी हां, आपने सही पढ़ा! केले को खाना नहीं, बल्कि उसकी चाय बनाकर पीना है। यह सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन यह नींद लाने का एक आजमाया हुआ और वैज्ञानिक रूप से सिद्ध तरीका है।
- यह काम कैसे करता है?
केले, खासकर उनके छिलके, मैग्नीशियम और पोटैशियम से भरपूर होते हैं। ये दोनों खनिज हमारे तंत्रिका तंत्र के लिए 'आराम बटन' का काम करते हैं। ये मांसपेशियों के तनाव को कम करते हैं और मन को शांत करते हैं, जिससे नींद आना आसान हो जाता है। - कैसे बनाएं?
- एक छोटा, अच्छी तरह से धोया हुआ केला (छिलके सहित) लें और उसके दोनों सिरों को काट दें।
- अब इसे छिलके समेत 2-3 टुकड़ों में काट लें।
- एक छोटे बर्तन में एक कप पानी लें और उसमें केले के टुकड़े डाल दें।
- इसे 5-7 मिनट तक धीमी आंच पर उबलने दें। आप चाहें तो इसमें एक चुटकी दालचीनी भी डाल सकते हैं।
- अब इसे एक कप में छान लें और चाय की तरह घूंट-घूंट करके पिएं।
- कब पिएं?
सोने से करीब एक घंटा पहले इस चाय को पिएं।
हैक नंबर 2: सिर्फ 60 सेकंड में दिमाग को 'स्विच ऑफ' करने वाली '4-7-8 ब्रीदिंग ट्रिक'
यह कोई साधारण साँस लेने का व्यायाम नहीं है, बल्कि मन को तुरंत शांत करने की एक बेहद शक्तिशाली तकनीक है, जिसे डॉ. एंड्रयू वील ने लोकप्रिय बनाया था। यह आपके मस्तिष्क के लिए एक तरह का 'रीसेट बटन' है।
- यह काम कैसे करता ਹੈ?
यह तकनीक आपके शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह को बढ़ाती है और तंत्रिका तंत्र के 'लड़ो या भागो' मोड को बंद करके उसे 'आराम करो और पचाओ' मोड पर ला देती है। इससे दिल की धड़कन धीमी हो जाती है और मस्तिष्क को संकेत मिलता है कि "सब ठीक है, आराम करने का समय हो गया है।" - कैसे करें?
- आराम से बैठ जाएं या लेट जाएं। अपनी जीभ की नोक को ऊपर के दांतों के ठीक पीछे तालु पर टिका लें।
- मुंह से 'व्हश' की आवाज करते हुए फेफड़ों की सारी हवा बाहर निकाल दें।
- अब मुंह बंद करके, नाक से धीरे-धीरे 4 तक गिनते हुए सांस अंदर लें।
- अब अपनी सांस को 7 तक गिनते हुए अंदर ही रोक कर रखें।
- इसके बाद, मुंह से 'व्हश' की आवाज करते हुए 8 तक गिनते हुए पूरी सांस बाहर निकाल दें।
- यह एक चक्र हुआ। इस प्रक्रिया को 3 से 4 बार दोहराएं।
आप पाएंगे कि ऐसा 3-4 बार करने से ही आपका मन और शरीर पूरी तरह शांत हो गया है।
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