जयपुर, 23 जून (हि.स.)। जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने शनिवार देर रात बत्तीस जुआरियों को गिरफ्तार कर उनके पास से सत्रह लाख रुपये की जुआ राशि बरामद की हैं। पुलिस जानकारी के अनुसार यह सभी जुआरी मालवीय नगर सेक्टर 11 में निर्माणाधीन बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल पर जुआ खेल रहे थे। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली जिस पर पुलिस टीम मौके पर पहुंचे और सभी जुआरियों को पकडा।
थानाधिकारी जवाहर सर्किल विनोद सांखला ने बताया कि उन्हें मुखबिर से जानकारी मिली थी कि मालवीय नगर सेक्टर 11 में निर्माणाधीन बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल पर जुआ खेला जा रहा है। इस पर टीम को तैयार कर छापेमारी करते हुए 32 लोगों को जुआ खेलते हुए पकडा। साथ ही पुलिस को मौके पर 17 लाख रुपये भी जब्त किए गए है।
सीआई जवाहर सर्किल विनोद सांखला ने बताया कि सुधीर कुमार (55) निवासी विद्याधर नगर, भरत खत्री (36) निवासी धौलाई मुहाना जयपुर, मुकेश कुमार (44) निवासी विद्याधर नगर,हरिमोहन बैरवा (43) निवासी दौसा, सतीश कुमार (34) निवासी कोलवा जिला दौसा,युनूस खान (33) निवासी शास्त्रीनगर ,गुलाम कुरैशी (29) निवासी प्रतापनगर ,सुरेश झाबलू (38) निवासी सांगानेर,लुणकरण (52) निवासी डिडवाना जिला नागौर,कल्लू कुरैशी (49) निवासी आदर्शनगर ,पंकज रामानी (44) निवासी जवाहर नगर ,अमराराम (31) निवासी जायल जिला नागौर ,जितेन्द्र कुमार (53) निवासी घाटगेट जयपुर ,प्रकाश कुमार सैनी (40) निवासी जयसिहपुरा खोर ,गुलाम रियाज अहमद (45) निवासी चांदपोल बाजार जयपुर,अजमद हुसैन (59) निवासी नाहरी का नाका जयपुर ,रितेश खिंची (30) निवासी नाहरगढ़ ,रिंकू किशनानी (28) निवासी प्रतापनगर, बालमुकंद (18) निवासी चौड़ा रास्ता जयपुर ,नवीन खण्डेलवाल (45) निवासी जौहरी बाजार, माणक चौक जयपुर ,नौसाद कुरैशी (47) निवासी ट्रांसपोर्ट नगर, जयपुर ,सुरेश सेवानी (29) निवासी मानसरोवर जयपुर,आलोक विजय (45) निवासी मालवीय नगर,जावेद कुरैशी (38) निवासी ट्रांसपोर्ट नगर ,अशोक कुमार (52) निवासी मालवीय नगर,अब्दुल अजीज (28) निवासी कोतलवाली नागौर ,गोपाल विश्नोई (30) निवासी नागौर कोतवाली,महराज (41) निवासी आदर्श नगर ,प्रहलाद बौराना (40) निवासी सिटी कोतलवाली जिला नागौर ,सिराज खान (40) निवासी देवनगर जोधपुर ,मोहम्मद असलम (42) निवासी रामगंज और धर्मसिंह मीना (53) निवासी हिण्डौन जिला करौली को गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार पूछताछ के बाद सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। यह एक जमानती अपराध है। इसलिए थाने से ही इन लोगों को छोड़ दिया गया।