Post Office Investment: सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न वाले निवेश को तरजीह देने वाले लोग ज्यादातर बैंकों में निवेश करते हैं. लेकिन बैंकों की तरह ही पोस्ट ऑफिस में भी कई योजनाएं चलाई जाती हैं. कई योजनाओं में बैंक से बेहतर ब्याज मिलता है. बता दें कि सरकार हर तिमाही में पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में संशोधन करती है. हालांकि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है, यानी इस तिमाही में भी मौजूदा ब्याज दरें ही लागू रहेंगी. अगर आप आने वाले महीने में पोस्ट ऑफिस की किसी योजना में निवेश करना चाहते हैं तो यहां चेक करें कि किस योजना पर कितना ब्याज मिलेगा.
डाकघर योजनाओं की ब्याज दरें
डाकघर बचत खाता- 4%
1 वर्षीय सावधि जमा- 6.9%
2 वर्षीय सावधि जमा- 7.0%
3 वर्षीय सावधि जमा- 7.1%
5 वर्षीय सावधि जमा- 7.5%
5 वर्षीय आवर्ती जमा खाता- 6.7%
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना- 8.2%
मासिक आय योजना- 7.4%
सार्वजनिक भविष्य निधि योजना- 7.1%
सुकन्या समृद्धि खाता- 8.2%
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र- 7.7%
किसान विकास पत्र- 7.5%
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र- 7.5%
ये विकल्प केवल डाकघरों में ही उपलब्ध होंगे
इन सभी योजनाओं में से कुछ के विकल्प आपको बैंकों में भी मिल जाएंगे, जबकि कुछ योजनाएं सिर्फ डाकघरों में ही खोली जा सकती हैं। राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र, महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र, मासिक आय योजना ऐसी योजनाएं हैं जिनमें निवेश करने के लिए आपको डाकघर जाना पड़ेगा।
एनएससी और एमएसएससी दोनों ही फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह हैं। कोई भी भारतीय नागरिक एनएससी में 5 साल के लिए निवेश कर सकता है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोर्टफोलियो में भी यह स्कीम शामिल है। एमएसएससी महिलाओं की बचत को बढ़ावा देने के लिए चलाई जाती है। इस स्कीम में दो साल के लिए पैसा जमा करना होता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी इस स्कीम में निवेश किया है।
वहीं दूसरी ओर MIS स्कीम ऐसी स्कीम है जो हर महीने नियमित आय प्रदान करती है। इस स्कीम में सिंगल अकाउंट में अधिकतम 9 लाख रुपए और ज्वाइंट अकाउंट में अधिकतम 15 लाख रुपए जमा किए जा सकते हैं। यह रकम 5 साल के लिए जमा की जाती है। इस पर 7.4% की दर से पैसा मिलता है।