Monsoon Diet: बारिश के मौसम में दालों का सेवन जरूर करें, लेकिन साथ ही इस बात पर भी ध्यान दें कि आप कौन सी दाल खा रहे हैं। यहां आप कुछ ऐसी दालों के बारे में जान सकते हैं, जिन्हें बारिश के मौसम में खाने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
बारिश का मौसम खुशियाँ और राहत लेकर आता है, लेकिन यह अपने साथ कुछ पाचन संबंधी समस्याएँ भी लेकर आता है। इस मौसम में नमी और उमस के कारण पाचन क्रिया धीमी हो जाती है। ऐसे में कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन हमारी सेहत बिगाड़ सकता है, जिसमें दालें भी शामिल हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि मानसून में किन दालों के सेवन से बचना चाहिए और पाचन को स्वस्थ रखने के लिए कौन से विकल्प अपनाए जा सकते हैं।
100 ग्राम उड़द दाल में 24 ग्राम प्रोटीन होता है। ऐसे में इसका सेवन हड्डियों और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन इसे पचने में काफी समय लगता है। इसलिए बारिश के मौसम में इसका सेवन कम से कम या बिल्कुल न करने की सलाह दी जाती है।
फलियाँ
राजमा भले ही स्वादिष्ट और सेहतमंद होता है, लेकिन इसकी बाहरी परत में मौजूद कुछ चीनी पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है। इससे गैस और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिसके कारण बारिश के मौसम में इसका सेवन बहुत कम मात्रा में करना चाहिए।
चना दाल
फाइबर और प्रोटीन से भरपूर चना दाल मानसून के दौरान कुछ परेशानी भी खड़ी कर सकती है। दानेदार बनावट के कारण इसे पचाना भी थोड़ा मुश्किल होता है, जिससे गैस की समस्या हो सकती है।
मसूर दाल
मसूर दाल को दिल के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन इसमें कुछ ऐसे तत्व भी होते हैं जिन्हें पचाना मुश्किल होता है। इससे पेट फूलने और गैस की समस्या हो सकती है।
मानसून में खाने के लिए सबसे अच्छी हैं ये दालें
मोठ दाल
हल्की और आसानी से पचने वाली मोठ दाल मानसून के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। यह प्रोटीन और फाइबर से भरपूर है और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखती है।
प्रभु गीत
उड़द की दाल पचने में भी आसान होती है और इसमें प्रोटीन की मात्रा भी अच्छी होती है। आप इसे दालचीनी और अदरक के साथ पकाकर भी खा सकते हैं।
मूंग की दाल
मानसून के दौरान हरी मूंग दाल का सेवन भी बहुत फायदेमंद होता है। हरी मूंग दाल में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।