नई दिल्ली, 4 जून (हि.स.)। लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता सदस्य संजय सिंह, प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय और राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने संयुक्त प्रेसवार्ता की। संजय सिंह ने देश की जनता को बधाई देते हुए कहा कि इन चुनावों ने देश के लोकतंत्र में आशा को बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि जनता ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र महापर्व में हिस्सा लिया। ये चुनाव कई प्रकार के संदेश दे रहे हैं। इस चुनाव में जनता द्वारा सबसे बड़ा संदेश दिया गया है कि 10 साल के भाजपा शासन से लोग दुखी और परेशान हैं। जनता इस सरकार को हटाना चाहती है। लोग महंगाई, बेरोजगारी से दुखी हैं।
इस बीच गोपाल राय ने कहा कि जिस, समय चुनाव का सातवां चरण समाप्त हुआ और एग्जिट पोल आए। दिल्ली के अंदर जिस तरह भाजपा ने सोचा था कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करने के बाद पार्टी खत्म हो जाएगी। सब लोग पूछते थे कि चुनाव कैसे लड़ोगे, प्रचार कौन करेगा? लेकिन उन विपरीत परिस्थितियों में भी आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने अपनी एकता के साथ मिलकर दिल्ली में भाजपा को कड़ी टक्कर दी।
राय ने आगे कहा कि “मुझे भरोसा है कि जनता ने जो जनादेश दिया है, उसे देश की सभी पार्टियां सुनेंगी। क्योंकि भाजपा के पास बहुमत नहीं है। बल्कि भाजपा के अलावा जो पार्टियां हैं, उनके पास बहुमत है। आज देश में एनडीए गठबंधन की दो मुख्य पार्टियां हैं। इसमें पहली आंध्र प्रदेश के चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी है। चंद्रबाबू नायडू वो नेता हैं जिन्होंने 2019 में पूरे देश में घूमकर भाजपा के खिलाफ लोगों को इकट्ठा किया। एनडीए में दूसरे नेता नीतीश कुमार हैं, जिन्होंने इस बार देशभर में घूमकर भाजपा के खिलाफ अभियान चलाया।
उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं से देश के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि सही समय पर सही फैसला लेंगे। वह जनता की आवाज सुनेंगे। लोगों की बेरोजगारी और महंगाई की समस्या का समाधान करेंगे। पूरे देश को उम्मीद है कि जल्द ही उसकी ये अकांक्षा पूरी होगी।
इसी क्रम में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने कहा कि आज देश की जनता ने इस चुनाव में जो नतीजे दिए हैं उससे इस देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व पर इसका असर पड़ेगा। आज पूरा विश्व देख रहा था कि भारत में जिस तरह से संविधान बचाने की पूरी कोशिश हो रही थी, देश की जनता इसका किस तरह से जवाब देती है। इन चुनावों के बाद भारत के लोकतंत्र में लोगों की आस्था और बढ़ेगी।