Routine Blood Test: नियमित ब्लड टेस्ट करवाकर आप गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। यहां हम आपको ऐसे 8 ब्लड टेस्ट के बारे में बता रहे हैं जो आपके रूटीन हेल्थ चेकअप का हिस्सा होने चाहिए।
यह परीक्षण रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं, श्वेत रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स की संख्या को मापता है। यह एनीमिया, संक्रमण और अन्य रक्त संबंधी विकारों का पता लगा सकता है।
02 लिपिड प्रोफाइल
यह परीक्षण रक्त में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को मापता है। इससे समय रहते हृदय रोग की संभावना को पहचानने और इसे घातक बनने से रोकने में मदद मिल सकती है।
03 किडनी फंक्शन टेस्ट
यह परीक्षण क्रिएटिनिन और यूरिया जैसे तत्वों के स्तर की जांच करके गुर्दे की कार्यप्रणाली का मूल्यांकन करता है, जो यह बताता है कि गुर्दे आपके सिस्टम को कितनी अच्छी तरह से साफ करने में सक्षम हैं।
04 लिवर फंक्शन टेस्ट
यह परीक्षण लिवर की कार्यप्रणाली का मूल्यांकन करता है। इसमें एल्ब्यूमिन, बिलीरुबिन और एंजाइम जैसे तत्वों के स्तर की जांच की जाती है। इससे लिवर से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
05 थायराइड टेस्ट
यह परीक्षण थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज का मूल्यांकन करता है। यह TSH, T4 और T3 जैसे हार्मोन के स्तर की जाँच करता है। इससे चयापचय कार्य और ऑटोइम्यून विकारों को ट्रैक करना आसान हो जाता है।
06 ब्लड शुगर टेस्ट
यह परीक्षण रक्त में शर्करा के स्तर को मापता है। इससे मधुमेह और प्री-डायबिटीज का पता लगाने में मदद मिल सकती है। इस परीक्षण को HBA1C के नाम से जाना जाता है, जो पिछले 2-3 महीनों के दौरान शरीर में शर्करा के स्तर को मापता है।
07 विटामिन डी टेस्ट
विटामिन डी हड्डियों और मस्तिष्क की कार्यप्रणाली के लिए बहुत जरूरी है, जो 30 की उम्र के बाद बहुत तेजी से प्रभावित होने लगती है। ऐसे में इस टेस्ट की मदद से शरीर में विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित करने में मदद मिलती है।
08 हार्मोन पैनल टेस्ट
30 की उम्र के बाद शरीर के हॉरमोन में बहुत तेजी से उतार-चढ़ाव होने लगता है। ऐसे में यह टेस्ट शरीर में हॉरमोन असंतुलन का सटीक पता लगा सकता है। हॉरमोन ब्लड टेस्ट पैनल में एस्ट्रोजन, टोटल, प्रोजेस्टेरोन, टेस्टोस्टेरोन, टोटल, सीरम, फॉलिकल-स्टिम्युलेटिंग हॉरमोन (FSH) और ल्यूटिनाइजिंग हॉरमोन (LH) और थायरोक्सिन (T4), फ्री, डायरेक्ट, सीरम शामिल हैं।