मधुमेह के लक्षण : मधुमेह एक गंभीर बीमारी है जो शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है, जिसमें आंखें भी शामिल हैं। मधुमेह के कारण आंखों में कई तरह के बदलाव हो सकते हैं।
मधुमेह एक गंभीर बीमारी है जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाती है। यह बीमारी शरीर द्वारा इंसुलिन का उत्पादन या उपयोग करने में असमर्थता के कारण होती है। इंसुलिन एक हार्मोन है जो रक्त शर्करा को कोशिकाओं में प्रवेश करने में मदद करता है। भारत को मधुमेह की राजधानी कहा जाता है क्योंकि यहाँ इस बीमारी से पीड़ित रोगियों की संख्या सबसे अधिक है।
डायबिटीज शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकती है, जिसमें आंखें भी शामिल हैं। डायबिटीज की वजह से आंखों में कई तरह के बदलाव हो सकते हैं, जिनमें से कुछ स्थायी दृष्टि हानि का कारण भी बन सकते हैं। अगर आप प्री-डायबिटीज स्टेज में हैं, तो आपकी आंखों में कुछ ऐसे बदलाव हो सकते हैं, जो इस बीमारी का संकेत देते हैं। आइए जानते हैं आंखों में डायबिटीज के 6 संकेत क्या हैं और इनसे कैसे बचें:
1. धुंधली दृष्टि
मधुमेह आंखों की मांसपेशियों और नसों को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे दृष्टि धुंधली हो सकती है। यह धुंधलापन अस्थायी या स्थायी हो सकता है।
2. आँखों में दर्द
अचानक आंखों में दर्द होना डायबिटिक रेटिनोपैथी का संकेत हो सकता है, जो आंखों की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है।
3. आँखों में झिलमिलाहट
आंखों में काले धब्बे या तेज रोशनी दिखना डायबिटिक विट्रीअस हेमरेज का संकेत हो सकता है, जो आंखों में रक्तस्राव का एक प्रकार है।
4. रंगों में परिवर्तन:
मधुमेह के कारण रंगों को देखने की क्षमता कम हो सकती है, जिससे रंग फीके या कम चमकीले दिखाई देते हैं।
5. सूखी आंखें
मधुमेह के कारण आंखें सूखी और खुजलीदार हो सकती हैं।
6. आँखों की थकान
मधुमेह के कारण आंखों की मांसपेशियों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे थकान और सिरदर्द होता है।
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण नज़र आए तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। मधुमेह को नियंत्रित करके और नियमित रूप से आँखों की जाँच करवाकर आप इन समस्याओं से बच सकते हैं।