जगदलपुर, 13 नवंबर (हि.स.)। बस्तर जिले में 14 नवंबर से 31 जनवरी तक 79 धान खरीद केंद्रों में धान की खरीद की जाएगी। जिले के 54 हजार से अधिक किसानों का पंजीयन और नवीनीकरण किया गया है। इस बार भी छत्तीसगढ़ से लगे पड़ोसी राज्य ओडिशा की सरहद पर उड़नदस्ता दल को तैनात किया जा रहा है। धान खरीदी केंद्र में निगरानी और मॉनिटरिंग के लिए नोडल अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही पड़ोसी राज्यों से धान बस्तर न पहुंच पाए और अवैध तरीके से न बेच पाए इसलिए प्रशासन ने उड़नदस्ता दल भी तैनात कर दिया है।
कलेक्टर ने धान खरीद केंद्र में कांटा-बाट, बारदाना, कंप्यूटर सेट, प्रिंटर, धान का रख-रखाव, पेयजल, स्वास्थ्य किट, छांव, बायोमेट्रिक डिवाइस मशीन, मानव संसाधन सहित अन्य व्यवस्था करने निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी धान खरीद केंद्रों में सीसीटीव्ही कैमरे लगाने कहा है।अवैध तरीके से धान बस्तर न आ पाए इसलिए जिले के धनपुंजी, भेजापदर, कोलावल, बदलावंड, पोटियावंड, नलपावंड और तारापुर में के नाके में अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। जिसमें सीमावर्ती राज्य से अवैध रूप से बगैर दस्तावेज के धान के परिवहन होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बस्तर जिले के कलेक्टर हरीश एस. ने कहा कि फसल बीमा योजना के तहत जिस गांव में जितना उत्पादन का आंकड़ा है, उसे सभी जगह डिस्प्ले किया जाएगा। इसी के आधार पर मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके लिए नोडल भी बनाए गए हैं। नोडल अधिकारी ये देखेंगे कि एक गांव में एक एकड़ में या एक हेक्टेयर में जितना उत्पादन होगा कहीं उससे ज्यादा धान मिला तो यह सुनिश्चित कर पाएंगे की यहां बाहर का धान भी आया हुआ है, जिसे नियंत्रित किया जाएगा। उन्हाेने कहा कि धान खरीदी की पूरी तैयारी पूरी कर ली गई है।