पिछले कुछ महीनों में रेल हादसों से परेशान भारतीय रेलवे ने इन्हें रोकने के लिए फुलप्रूफ प्लान बनाया है. यूपी और झारखंड समेत देश के 12 राज्यों में ट्रेन हादसों पर पूरी तरह से काबू पाने के लिए रेलवे ने प्लान तैयार किया है. इसके लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है. मामले से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इन 12 राज्यों में ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी) सिस्टम या यूं कहें कि शील्ड सिस्टम लगाया जाएगा. इसके लिए रेलवे रुपये खर्च करेगा. 2700 करोड़ का टेंडर जारी हो चुका है.
आपको बता दें कि पिछले कुछ महीनों में आधा दर्जन से ज्यादा रेल हादसे हो चुके हैं. इनमें सबसे खतरनाक कंचनजंगा एक्सप्रेस थी, जिसमें 9 लोगों की जान चली गई और 41 लोग घायल हो गए। इसके बाद रेलवे ने दुर्घटनाओं पर पूरी तरह से नियंत्रण करने के उद्देश्य से कवच प्रणाली का दायरा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। हाल ही में झारखंड, यूपी, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में ट्रेन हादसे हुए. यही वजह है कि रेलवे ने इन राज्यों में कवच सिस्टम लागू करने के लिए पहला टेंडर जारी कर दिया है.
मामले से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेलवे ने आर्मर सिस्टम लगाने के लिए अगस्त महीने में ही टेंडर जारी कर दिया है. इसके तहत 5,000 किलोमीटर रेलवे ट्रैक पर आर्मर सिस्टम लगाया जा रहा है. टेंडर देने का काम अक्टूबर के अंत तक पूरा हो जाएगा और अगले 12 से 18 महीनों में आर्मर सिस्टम लगाने का काम भी पूरा कर लिया जाएगा.
भारतीय रेलवे द्वारा चुने गए 12 राज्यों में तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और झारखंड शामिल हैं। इस टेंडर के अलावा रेलवे ने दो और टेंडर जारी किए हैं, जिसमें यूपी, तेलंगाना, महाराष्ट्र, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में आर्मर सिस्टम लगाया जाएगा। इतना ही नहीं पंजाब के कपूरथला स्थित रेल कोच फैक्ट्री में 30 सेट ट्रेनों में आर्मर सिस्टम लगाने के लिए 25 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है.