PSL में 1 गेंद पर 7 रन देने पर मचा हंगामा, जानें वजह

फिलहाल पाकिस्तान सुपर लीग चल रही है और गुरुवार को पेशावर जाल्मी और मुल्तान सुल्तान के बीच मैच खेला गया. इस मैच में मोहम्मद रिजवान की कप्तानी में मुल्तान सुल्तांस ने बाबर आजम की कप्तानी वाले पेशावर जाल्मी को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। मुल्तान की टीम अब 18 मार्च को होने वाले फाइनल मुकाबले में उतरेगी. इस मैच में मुल्तान की जीत के अलावा एक ऐसी घटना भी हुई जिसने खूब सुर्खियां बटोरीं. ऐसा पहली पारी में देखने को मिला जब बाबर आजम की टीम पेशावर जाल्मी बल्लेबाजी कर रही थी. इस पारी के 11वें ओवर में कुछ ऐसा हुआ कि हंगामा मच गया. इस ओवर में टीम को एक गेंद पर 7 रन मिले. गेंद दस्तानों पर लगने के बाद अंपायर ने पेनल्टी दे दी.

गेंद दस्तानों में लगी और 5 रन मिल गए।

पारी के 11वें ओवर में गेंद खुशदिल शाह के हाथ में थी और कैडमोर के लिए टॉम कोहलर बल्लेबाजी कर रहे थे. इसी बीच ओवर की आखिरी गेंद पर कैडमोर ने फाइन लेग की ओर शॉट खेला. जिसके बाद उन्होंने और नॉन स्ट्राइकिंग एंड पर मौजूद बाबर आजम ने 2 रन बनाए. लेकिन जब फील्डर ने गेंद फेंकी तो वह जमीन पर पड़े विकेटकीपिंग ग्लव्स पर जा लगी. ये दस्ताने मुल्तान के कप्तान और विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान के थे. अक्सर देखा जाता है कि कीपर गेंद के पीछे दौड़ता है और थ्रो करने के लिए अपने दस्ताने जमीन पर रख देता है. लेकिन नियमों के मुताबिक, अगर कोई वस्तु जानबूझकर मैदान पर रखी गई है और गेंद उससे टकराती है तो 5 रन की पेनल्टी दी जाती है.

 

1 गेंद पर बने 7 रन

यहां भी वैसा ही हुआ, जब गेंद दस्तानों पर लगी तो अंपायर ने 5 रन की पेनाल्टी दे दी, जिसमें 2 रन की इजाजत थी। इस तरह पेशावर जाल्मी को एक गेंद पर 7 रन मिले. हालांकि, फील्ड अंपायर अलीम डार ने सबकुछ बिल्कुल नियमों के मुताबिक ही किया. लेकिन शायद मोहम्मद रिजवान को ये बात हजम नहीं हुई. उन्हें लगातार बहस करते देखा गया. इसके बाद जमकर हंगामा हुआ.

क्या कहता है एमसीसी का नियम?

क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था एमसीसी (मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब) की नियम पुस्तिका में भी इसका जिक्र है। एमसीसी नियम संख्या 28.2.1.3 में इसका उल्लेख है. उनके मुताबिक, अगर कोई फील्डर या विकेटकीपर अपना सामान जमीन पर रखता है और गेंद उस पर लगती है तो बल्लेबाजी करने वाली टीम को पांच रन मिलते हैं. अक्सर आपने देखा होगा कि विकेटकीपर के पीछे हेलमेट लगा होता है और अगर गेंद उसे लगती है तो सिर्फ पांच रन मिलते हैं.