जयपुर में अधिकारियों की एक जल्दबाजी और दिल्ली तक मच गया हड़कंप, जानें क्या है पूरा पोस्टर विवाद

Post

News India Live, Digital Desk: कभी-कभी ज्यादा उत्साह और जल्दबाजी में किया गया काम भी मुसीबत का कारण बन जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ राजस्थान की राजधानी जयपुर में, जहां बिजली विभाग के अधिकारियों की एक छोटी सी गलती ने दिल्ली में बैठे शीर्ष अधिकारियों का ध्यान खींच लिया और बात स्पष्टीकरण देने तक पहुंच गई।

मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना "पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना" से जुड़ा है। इस योजना का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ खुद प्रधानमंत्री को करना था। देश भर में इसकी तैयारियां चल रही थीं और हर कोई ऑफिशियल लॉन्च का इंतजार कर रहा था। लेकिन जयपुर डिस्कॉम (बिजली विभाग) के अधिकारी कुछ ज्यादा ही उत्साहित हो गए।

लॉन्च से पहले ही जारी कर दिया पोस्टर

जयपुर डिस्कॉम ने योजना के राष्ट्रीय लॉन्च से पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की तस्वीर वाला एक पोस्टर तैयार कर जारी कर दिया। यह पोस्टर विभाग के कुछ व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर किया गया और देखते ही देखते यह सोशल मीडिया पर फैल गया।

जब यह पोस्टर दिल्ली में बैठे केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के बड़े अधिकारियों तक पहुंचा, तो वहां हड़कंप मच गया। उनसे सवाल किया गया कि जब योजना को अभी प्रधानमंत्री ने लॉन्च ही नहीं किया, तो राजस्थान में इसका पोस्टर पहले कैसे जारी कर दिया गया? इस पर नाराजगी जाहिर की गई और जयपुर डिस्कॉम से जवाब मांगा गया।

अब सफाई में कह रहे- "गलती से हो गया"

मामला बढ़ता देख जयपुर डिस्कॉम के बड़े अधिकारी अब इस पर सफाई देते फिर रहे हैं। जयपुर डिस्कॉम के एमडी, आर.एन. कुमावत का कहना है कि यह सब एक "गलतफहमी" की वजह से हुआ। उन्होंने बताया कि यह पोस्टर जनता के लिए नहीं था, बल्कि इसे विभागीय अधिकारियों की जानकारी के लिए "आंतरिक" तौर पर बनाया गया था, ताकि वे योजना के लिए तैयार रहें।

उन्होंने कहा, "गलती से यह पोस्टर कुछ व्हाट्सएप ग्रुप्स में शेयर हो गया और मामला बढ़ गया।" हालांकि, उनकी इस सफाई के बावजूद यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है और इसे अधिकारियों की लापरवाही और प्रोटोकॉल के उल्लंघन के तौर पर देखा जा रहा है।

--Advertisement--