जम्मू-कश्मीर के लिए आतंकी हमले का अलर्ट: देश की सुरक्षा और खुफिया एजेंसी ने 15 अगस्त को लेकर बड़ा अलर्ट जारी किया है. इस अलर्ट में सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि 15 अगस्त या उससे पहले जम्मू-कश्मीर में बड़ा आतंकी हमला हो सकता है .
खुफिया इनपुट में साफ कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर आतंकियों के निशाने पर है, इसलिए पुलिस प्रशासन को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है. इस अलर्ट के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी सतर्कता बढ़ा दी है. जगह-जगह सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस गश्त भी बढ़ा दी गयी है.
दरअसल, पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले बढ़ गए हैं. 78 दिनों में 11 आतंकी हमले हो चुके हैं. यह भी खबर है कि इस राज्य में कई आतंकी छुपे हुए हैं. इन सबके बीच बांग्लादेश में हिंसा और तख्तापलट के बाद वहां से बड़ी संख्या में लोग सीमा पार कर भारत आ गए हैं. इन सभी कारणों से देश में आतंकियों की घुसपैठ का खतरा बना हुआ है.
आतंकी हमलों की जानकारी देने वाली एजेंसियों ने अपने पत्र में लिखा है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पाकिस्तान परेशान है. अब यहां विधानसभा चुनाव की तैयारियां भी जोरों पर हैं. ऐसे में पाकिस्तान की एजेंसी आईएसआई भी यहां आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए बेताब है. ISI अब आतंकी हमलों के लिए स्थानीय लोगों की भी मदद ले रही है. हाल के कुछ आतंकी हमलों में ऐसा देखा गया है.
पिछले 1-2 सालों में एक नया बदलाव यह आया है कि आतंकी अब हमलों के लिए कश्मीर की बजाय जम्मू को चुन रहे हैं. पिछले तीन महीनों में लगभग सभी बड़े हमले जम्मू के अलग-अलग इलाकों में हुए हैं. इसलिए यहां भी पुलिस पूरी तरह से तैयार है.