मंदिरों में सेलिब्रिटी कार्यक्रम की कोई परंपरा नहीं है! त्र्यंबकेश्वर में प्राजक्ता माली का कार्यक्रम विवादों के घेरे में, पूर्व ट्रस्टियों की आपत्ति

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प्राजक्ता माली : कल 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस पर सेलिब्रिटीज के बीच भी चर्चा हो रही है। लेकिन फिलहाल अभिनेत्री प्राजक्ता माली का एक शो विवादों में घिरा हुआ है। महाशिवरात्रि के अवसर पर त्र्यंबकेश्वर मंदिर में धार्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। प्रसिद्ध मराठी अभिनेत्री प्राजक्ता माली और उनके सह-कलाकार यहां शिवार्पणस्तु नृत्य प्रस्तुत करेंगे। हालांकि, पूर्व ट्रस्टी ललिता शिंदे ने अब इस कार्यक्रम का विरोध किया है। उन्होंने इस संबंध में मंदिर को पत्र लिखकर गलत कदम न उठाने की अपील की है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करके भी अपनी स्थिति स्पष्ट की है।
इस कार्यक्रम के बारे में मंदिर की पूर्व ट्रस्टी ललिता शिंदे ने कहा, महाशिवरात्रि बहुत पवित्र दिन है। यहां केवल धार्मिक कार्यक्रम ही आयोजित किए जाने चाहिए। यदि प्राजक्ता माली शिवस्तुति प्रस्तुत करने जा रही हैं तो भी उन्हें पुनर्विचार करना चाहिए। क्योंकि मैं स्वयं इस मंदिर का पूर्व ट्रस्टी हूं। शास्त्रीय नृत्य और कथक नृत्य को रखा जाना चाहिए। लेकिन त्र्यंबकेश्वर मंदिर ने मशहूर हस्तियों को यहां लाकर एक अलग दृष्टिकोण अपनाया है। यह गलत है।”
इस अवसर पर शिव तांडव समूह मंदिर के सामने तथा दोनों मुख्य चौकों पर नृत्य प्रस्तुति देगा। रात 8 बजे नटरंग अकादमी की ओर से अभिनेत्री प्राजक्ता माली और उनके साथी कलाकार शिवार्पणमस्तु नृत्य कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। पिछले वर्ष महाशिवरात्रि उत्सव 2025 के उपलक्ष्य में शुरू किए गए समारोह के अनुसार, इस वर्ष भी हल्दी समारोह 25 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। इसके अनुसार मंदिर को फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया जाएगा। बांसुरी प्रशिक्षण वर्ग में मंगलवार शाम 7 बजे से 9 बजे तक बांसुरी वादन का कार्यक्रम होगा। परंपरा के अनुसार। श्री त्र्यम्बक राजा की पालकी बुधवार को अपराह्न 3 बजे मंदिर से निकलेगी। सुबह मंदिर में लघुरुद्र और अन्य धार्मिक कार्यक्रम होंगे। पालकी निर्धारित मार्ग से मंदिर वापस आएगी।
इस संबंध में मंदिर की पूर्व ट्रस्टी ललिता शिंदे ने ग्रामीण पुलिस को पत्र लिखा है। ललिता शिंदे ने पत्र में कहा है कि पहले मंदिर में सेलिब्रिटी कार्यक्रम की कोई परंपरा नहीं थी। इस पत्र में ललिता ने यह भी कहा कि वह प्राजक्ता माली के नृत्य प्रदर्शन का विरोध करती हैं क्योंकि वह एक विवादास्पद व्यक्तित्व हैं। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि ललिता शिंदे का अनुरोध है कि इस माध्यम से कोई गलत कदम न उठाया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि हम नहीं चाहते कि मंदिर में धार्मिक माहौल खराब हो।