बच्चे के एक साल का होने के बाद दूध की मात्रा कम कर देनी चाहिए, लेकिन शरीर के विकास के लिए दूध जरूरी है। इसलिए आप तीन साल से अधिक उम्र के बच्चों को कम से कम 400 से 600 मिलीलीटर दूध दे सकते हैं। कुछ बच्चे दूध पीने से मना कर देते हैं। ऐसे में मांएं उन्हें दूध पिलाने के लिए दूध में चीनी मिलाती हैं। बच्चे को चीनी की जगह इनका मिश्रण दें।
बच्चे को शहद मिलाकर पिलाएं
, अगर बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है तो सर्दी के मौसम में गर्म दूध में शहद मिलाकर पिलाएं। इससे बच्चे ताकतवर होंगे साथ ही शहद की मिठास बच्चों को पसंद आएगी और वे आसानी से दूध पी सकेंगे।
बच्चे को मेवे मिलाकर दें
यदि बच्चा सादा दूध नहीं पीता तो काजू, बादाम का पाउडर बनाकर रख लें। इसे उबालकर बच्चों के दूध में मिलाकर पिलायें। मिठास के लिए आप इसमें थोड़ा सा शहद भी मिला सकते हैं।
सूखे मेवों से आती है मिठास
मुनक्का, छुआरा, अंजीर जैसे सूखे मेवे बच्चों के दूध में उबालें। इससे दूध की मिठास भी बढ़ेगी और आवश्यक पोषक तत्व भी आसानी से मिलेंगे। यह दूध शिशु के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
कॉर्नफ्लेक्स या दलिया
अगर बच्चा दूध नहीं पीना चाहता तो आप उसमें दलिया या कॉर्नफ्लेक्स जैसी चीजें मिला सकती हैं। इससे दूध की पौष्टिकता भी बढ़ती है.