मथुरा के पास एक मालगाड़ी के 25 डिब्बे पटरी से उतर गए और कई डिब्बे आपस में टकराकर क्षतिग्रस्त हो गए. रात को हुए इस हादसे के कारण मथुरा-पलवल रेल मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया। अब इस घटना को लेकर रेलवे सूत्रों ने बड़ी जानकारी साझा की है. मथुरा ट्रेन हादसे के पीछे आतंकी साजिश की आशंका जताई जा रही है. आइए जानते हैं इस मामले में क्या अपडेट सामने आए हैं.
कैसे हुआ रेल हादसा?
पिछले बुधवार रात 8 बजे मथुरा के वृन्दावन रोड स्टेशन और अजई के बीच एक मालगाड़ी के 26 डिब्बे पटरी से उतर गए. इसके बाद दिल्ली-मुंबई रेल मार्ग बुरी तरह प्रभावित हुआ. अब रेलवे सूत्रों का कहना है कि मथुरा में जिस तरह से मालगाड़ी पटरी से उतरी, उसके पीछे कोई साजिश हो सकती है.
हो सकता है कोई आतंकी संगठन: रेलवे सूत्र
रेलवे को शक है कि घटना के पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ हो सकता है. गुरुवार को एटीएस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने भी घटनास्थल का दौरा किया और किसी आतंकवादी कनेक्शन का पता लगाने के लिए घटना की जांच की। रेलवे ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को हादसे की हर पहलू से जांच करने को कहा है.
उत्तराखंड में ट्रैक पर लोहे का खंभा बिछाया गया
उधर, लोको पायलट की सतर्कता और सूझबूझ से उत्तराखंड के बिलासपुर रोड और रुद्रपुर शहर के बीच एक बड़ा ट्रेन हादसा टल गया। 18 सितंबर की रात गाड़ी संख्या 12091 बिलासपुर रोड से रुद्रपुर जा रही थी। रात के करीब 10 बज रहे थे. ट्रेन अपनी गति से गंतव्य की ओर बढ़ रही थी। इसी दौरान पायलट को ट्रैक पर कुछ नजर आया. लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी। ट्रैक पर 6 मीटर लंबा लोहे का खंभा मिला। इस मामले में जीआरपी ने 3 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.