एक समय था जब बाहर खाना खाने जाना एक विलासिता थी। पहले किसी त्योहार या किसी खास दिन पर मम्मी-पापा के साथ बाहर खाना खाने जाना होता था, लेकिन बदलती जीवनशैली और वीकेंड कल्चर ने बाहर खाना बहुत आम बना दिया है, जिसका सबसे ज्यादा असर बच्चों की सेहत पर पड़ रहा है।
आजकल बच्चों के आहार में पिज्जा-बर्गर, फ्रेंच फ्राइज, चॉकलेट और कोल्ड ड्रिंक रोजमर्रा की चीज बन गई है। एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड की लगातार बढ़ती खपत के कारण भारतीयों में मधुमेह का खतरा कई गुना बढ़ गया है। भारत में हर घर में ग्रिल्ड अल्ट्रा-प्रोसेस्ड फूड का सेवन किया जाता है, जो देश में डायबिटीज के लगातार बढ़ते मामलों का सीधा कारण है। भारत में डाटाबाइट्स के मरीजों की संख्या 10.10 करोड़ है. रेड मीट, फ्रेंच फ्राइज़, तले हुए खाद्य पदार्थ, बेकन, बेकरी उत्पाद, बिस्कुट, मक्खन और मार्जरीन जैसे खाद्य पदार्थ AGEs से भरपूर होते हैं।