कानपुर, 14 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश मानसून पूरी तरह से वापस हो गया है लेकिन पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बढ़ रही है। ऐसे में तेज बारिश की संभावना तो फिलहाल नहीं है, पर स्थानीय स्तर पर बौछारें पड़नी की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर प्रदेश में आगामी दिनों दक्षिण पश्चिम सर्द हवाओं का असर पड़ेगा, जिससे तापमान में गिरावट होगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि मानसून वापसी के बाद उत्तर प्रदेश का मौसम शुष्क हो गया है और आसमान लगभग साफ होने लगा है। यह अलग बात है कि कहीं-कहीं पर निचले स्तर के बादलों की आवाजाही हो जाती है। आगामी दिनों दक्षिण पश्चिमी सर्द हवाओं का असर उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में दिखेगा और रातें सर्द होने लगेंगी। फिलहाल उत्तर प्रदेश में इन दिनों मौसम शुष्क बना हुआ है और रात के तापमान गिर रहे हैं। वहीं दिन के तापमान लगभग सामान्य चल रहे हैं। आगामी दिनों में जैसे ही सूर्य अपनी स्थिति बदलेगा तो दिन के भी तापमान गिरने लगेंगे। इसी बीच दक्षिणी पश्चिमी सर्द हवाएं उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में आने लगेंगी और गुलाबी सर्दी पड़ने लगेगी। इस दौरान निचले स्तर के बादलों की आसमान में आवाजाही हो सकती है जिससे स्थानीय स्तर पर बूंदाबांदी के आसार हैं लेकिन तेज बारिश की संभावना नहीं है।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 31.0 और न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 87 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 61 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं शांत रहीं जिनकी औसत गति 2.6 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आगामी पांच दिनों में हल्के बादल छाये रहेंगे और मंगलवार को स्थानीय स्तर पर बहुत हल्की बारिश के आसार हैं।