’13-14 करोड़ की आबादी है, कुछ तो होना ही पड़ेगा…’ लट्ठा कांड पर एनडीए के दिग्गज नेता का विवादित बयान

Image 2024 10 18t173041.372

जीतन राम मांझी का विवादित बयान: अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर केंद्रीय मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सीवान और सारण में शराब से करीब तीन दर्जन लोगों की मौत के सवाल पर राज्य की 13-14 करोड़ आबादी का जिक्र किया है ( (छपरा) और कहा कि ‘कुछ न कुछ होता ही रहता है इस तरह की घटना होती रहती है. दो साल पहले दिसंबर 2022 में जब छपरा में जहरीली शराब से 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी, तब राज्य में शराबबंदी लागू करने वाले सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि जो पिएगा, वही मरेगा. सीवान और सारण में चार-पांच दिनों में जहरीली शराब से तीन दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं. सबसे ज्यादा मौतें सीवान में हुई हैं.

जीतनराम मांझी ने कहा, ‘बिहार सरकार इसमें बहुत तत्परता से काम कर रही है, जो भी घटनाओं के लिए जिम्मेदार है, ये लोग उन्हें पकड़ते हैं. इस तरह की घटना आये दिन होती रहती है. 13 करोड़, 14 करोड़ आबादी. कहीं कुछ होता है. यह सिर्फ बिहार की बात नहीं है, अन्य जगहों पर भी इस तरह की बात होती है.’ मांझी के बेटे संतोष सुमन मांझी ने आरोप लगाया है कि राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के लोग शराब बेच रहे हैं. संतोष सुमन हिंदुस्तानी अवाम-मोर्चा-सेक्युलर (हम) के अध्यक्ष और नीतीश सरकार में मंत्री हैं। 

तेजस्वी यादव, अखिलेश प्रसाद सिंह, प्रशांत किशोर जैसे विपक्षी नेताओं ने शराबबंदी की विफलता के लिए जहरीली शराब की बिक्री को जिम्मेदार ठहराया है और इसके लिए सिस्टम, पुलिस और शराब माफिया की मिलीभगत को जिम्मेदार ठहराया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जांच और कार्रवाई के लिए उत्पाद विभाग, मद्य निषेध पुलिस को प्रभावित इलाकों में भेजा है. डीजीपी आलोक राज भी मामले की जांच और संदिग्धों की गिरफ्तारी पर नजर रख रहे हैं.