तेजधार हथियारों से पीटे गए युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई

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लुधियाना के टिब्बा रोड इलाके में 27 दिसंबर को हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया। कुछ हथियारबंद बदमाशों ने 25 वर्षीय युवक सचिन पर बेरहमी से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। इलाज के दौरान सचिन की पीजीआई चंडीगढ़ में मौत हो गई।

प्रेम प्रसंग बना हत्या की वजह

सचिन के परिजनों का कहना है कि वह लुधियाना की एक युवती से प्रेम करता था। लेकिन लड़की के परिवार वाले इस रिश्ते के सख्त खिलाफ थे। रिश्ते को खत्म करने के लिए लड़की के परिवार ने पहले पुलिस में सचिन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद सचिन ने लुधियाना छोड़ दिया और गुजरात में काम करने लगा।

हालांकि, सचिन और युवती मोबाइल फोन के जरिए संपर्क में रहे। यह बात युवती के परिजनों को नागवार गुजरी, और उन्होंने धोखे से सचिन को शादी का झांसा देकर लुधियाना बुलाया। इसके बाद उस पर जानलेवा हमला किया गया।

वारदात का वायरल वीडियो

हमले के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें सचिन को गंभीर हालत में तड़पते हुए देखा जा सकता है। सचिन के चाचा राकेश कुमार ने बताया कि उनका भतीजा परिवार का इकलौता बेटा था। परिवार ने उसके लिए दूसरी लड़की देखकर उसकी शादी कराने की योजना बनाई थी, लेकिन युवती के परिजनों ने षड्यंत्र रचकर उसे लुधियाना बुलाया और जान से मारने की साजिश की।

घटना के विवरण

27 दिसंबर को चार हथियारबंद बदमाश, जिनकी पहचान अनुज यादव, बलजीत सिंह और दो अन्य अज्ञात व्यक्तियों के रूप में हुई है, ने सचिन को सड़क पर घेर लिया। उन्होंने धारदार हथियारों से उस पर हमला किया। सचिन अपनी जान बचाने के लिए भागने की कोशिश करता रहा, लेकिन बदमाशों ने उसे घर के अंदर से खींचकर सड़क पर लाकर बेरहमी से पीटा। गंभीर रूप से घायल सचिन को परिजन सिविल अस्पताल ले गए, जहां से उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया, लेकिन उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

पुलिस कार्रवाई

थाना टिब्बा के प्रमुख इंस्पेक्टर भगत कबीर सिंह ने बताया कि मामले की जांच के दौरान पुलिस ने दो आरोपियों, अनुज यादव और बलजीत सिंह, को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

क्षेत्र में भय का माहौल

इस घटना ने लुधियाना में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। इलाके के लोगों ने सचिन पर हमले के दौरान पुलिस की गैरमौजूदगी और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

निष्कर्ष

सचिन की दर्दनाक मौत ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि प्रेम संबंधों को लेकर समाज कब तक ऐसे जघन्य अपराधों का गवाह बनेगा। यह घटना न केवल न्याय और सख्त कानून व्यवस्था की मांग करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे पारिवारिक दवाब और सामाजिक कलंक निर्दोष लोगों की जिंदगी को खत्म कर सकते हैं।