पलामू, 27 अगस्त (हि.स.)। शराब पीने के लिए चाचा-भतीजे ने पहले खस्सी की चोरी की, फिर उसकी बांटी लगाकर उसे चखना के रूप में खाया। भतीजे पर खस्सी चोरी करने बाद कोई असर नहीं हुआ, लेकिन चाचा डर गया और उसने फांसी पर लटकर जान दे दी। घटना सोमवार देर रात की है। रात भर शव फंदे पर लटका रहा। मंगलवार सुबह युवक के शव को फंदे से उतारा गया। दोपहर के समय एमआरएमसीएच में पोस्टमार्टम करके शव परिजनों को सौंप दिया गया। इस घटना की चर्चा पूरे गांव में है।
यह मामला पलामू जिले के नावाजयपुर थाना क्षेत्र के बूढी गांव का है। यहां के रहने वाले 27 वर्षीय विनोद परहिया (चाचा) एवं 25 वर्षीय दौलत परहिया (भतीजे) ने रक्षा बंधन के अगले दिन 20 अगस्त को गांव के राजेन्द्र सिंह की खस्सी चोरी कर ली। जंगल में खस्सी चरने गया था। जंगल में ही दोनों ने मिलकर खस्सी की बांटी लगा दी। मांस घर पर लाकर पकाया। तैयार मटन के साथ दोनों शराब पीने गांव में गए। शराब पीने के दौरान जब उन्हें नशा चढ गया तो खस्सी चोरी की घटना पर बात करने लगे। पास में बैठी एक महिला ने उनकी बात सुन ली एवं गांवालों को जानकारी दे दी कि उपरोक्त चाचा-भतीजे ने ही राजेन्द्र सिंह की खस्सी चोरी करके उसे शराब के साथ चखने में खा गए हैं।
जानकारी होने पर सोमवार को गांव के लोग जुटे एवं पंचायती हुई, जिसमें खस्सी खाने वाला भतीजा पहुंचा, लेकिन चाचा नहीं गया। गांववालों को बहाना बनाकर पंचायती में चाचा नहीं गया। उसकी जगह पर उसकी पत्नी गयी थी। पंचायती के दौरान खस्सी का हर्जाना 25 हजार रूपए तय करते हुए दोनों को तय राशि आधी आधी देने का निर्देश दिया गया।
भतीजे दौलत ने गुरूवार को राशि दे देने का समय लिया था। विनोद परहिया की पत्नी ने बाद में अपना निर्णय देने की जानकारी दी थी। उसी दिन रात्रि में जब विनोद घर आया तो उसकी पत्नी के साथ कहासुनी हो गयी। विनोद पत्नी के साथ कमरे में ना सोकर बच्चे जिस कमरे में सोए थे, उसमें सो गया। आधी रात को विनोद का एक पुत्र लघुशंका के लिए जब जगा तो उसने देखा कि उसके पिता फांसी के फंदे पर लटके हुए हैं। मां को जानकारी दी। रात की वजह से मृतक की पत्नी कुछ परिजनों को जानकारी देकर विनोद के शव को फंदे पर ही लटके रहने दिया। अगले दिन मंगलवार को नावाजयपुर पुलिस के पहुंचने के बाद शव को फंदे से उतारा गया एवं पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।