बिबास परिवार की त्रासदी ने झकझोर दिया इजरायल

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हर दिन एक नई दुआ, हर पल एक नया इंतजार… लेकिन गुरुवार को जब हमास की कैद से इजरायली बंधक शिरी बिबास और उनके मासूम बेटों—पांच साल के एरियल और दो साल के कफीर—के शव इजरायल लौटेंगे, तो उनके परिवार की आखिरी उम्मीद भी टूट जाएगी। यह क्षण इजरायल के लिए सबसे दर्दनाक लम्हों में से एक बन गया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस दिन को दिल तोड़ देने वाला बताया है।

बिबास परिवार की त्रासदी ने झकझोर दिया इजरायल

शिरी बिबास और उनके बच्चों की मौत की खबर ने पूरे इजरायल को सदमे में डाल दिया है। जब हमास ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की, तब तक उनका परिवार उम्मीद की लौ जलाए बैठा था।

शिरी के पति यार्डेन बिबास को अलग से 7 अक्टूबर 2023 को अगवा किया गया था, लेकिन 1 फरवरी को एक बंधक-संधि के तहत उन्हें रिहा कर दिया गया। वह अब भी अपने परिवार के अन्य सदस्यों की मौत से टूट चुके हैं।

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हमास का दावा – इजरायली हवाई हमले में हुई मौत

हमास का कहना है कि शिरी और उनके बच्चों की मौत इजरायली हवाई हमले में हुई थी, हालांकि इजरायल ने कभी इस दावे की पुष्टि नहीं की।

परिवार को अब तक यह उम्मीद थी कि वे जीवित होंगे। लड़कों की चाची ओफ्री बिबास ने सोशल मीडिया पर लिखा,
“हमने 16 महीने से उम्मीद थाम रखी थी, और हम अब भी हार नहीं मानेंगे।”

हमास ने दिया बंधकों को एक साथ रिहा करने का संकेत

इस बीच, हमास ने संकेत दिया है कि वह अगले चरण की संधि में सभी बचे हुए बंधकों को एक बार में छोड़ने को तैयार है।
हमास के वरिष्ठ अधिकारी ताहेर अल-नूनू ने कहा,
“हमने मध्यस्थों को बता दिया है कि हमास अगले चरण में सभी बंधकों को एक साथ छोड़ने को राजी है, न कि चरणबद्ध तरीके से जैसा कि अभी हो रहा है।”

इजरायल-हमास संघर्ष में गई कई मासूमों की जान

इजरायल-हमास संघर्षविराम 19 जनवरी से लागू है, और अब तक इसके तहत 19 इजरायली बंधकों को रिहा किया गया है, जबकि 1,100 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा गया है।

अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस समिति ने बंधकों के शवों के सम्मानजनक लौटाने की अपील की है।

गौरतलब है कि 7 अक्टूबर 2023 को हमास और उसके सहयोगियों ने इजरायल पर हमला कर 251 लोगों को बंधक बना लिया था।

  • इनमें से 70 अब भी गाजा में हैं,
  • 35 की मौत की आशंका इजरायली सेना जता रही है।

इस हमले में 1,211 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें अधिकतर नागरिक थे। जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने गाजा पर भीषण हमले किए, जिनमें गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अब तक 48,000 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

बिबास परिवार की त्रासदी इस युद्ध की क्रूर सच्चाई को उजागर करती है—जहाँ मासूमों की जिंदगियाँ भी राजनीति और हिंसा की भेंट चढ़ जाती हैं।