रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत और म्यांमार में 70 वर्षों में बहुसंख्यक आबादी में गिरावट आई है, जबकि अल्पसंख्यक आबादी बढ़ी

जनसंख्या रिपोर्ट: ईएसी-पीएम द्वारा प्रकाशित एक वर्किंग पेपर में किए गए विश्लेषण के अनुसार, भारत की बहुसंख्यक धार्मिक आबादी (हिंदू) में 1950 से 2015 तक 7.82 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी आई है, जबकि इसी अवधि के दौरान भारत में अल्पसंख्यक आबादी में वृद्धि हुई है। वर्किंग पेपर के अनुसार, 167 देशों में से सबसे अधिक जनसंख्या में गिरावट भारत और म्यांमार में हुई है। म्यांमार में बहुसंख्यक आबादी में 10 प्रतिशत की गिरावट आई है। 1950 में मुस्लिम जनसंख्या 9.84 प्रतिशत थी जो बढ़कर 14.09 प्रतिशत हो गयी है। 

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यह पेपर ईएसी-पीएम सलाहकार अजजुमर मिश्रा और ईएसी-पीएम पेशेवर अब्राहम जोस द्वारा लिखा गया है। इस वर्किंग पेपर के लिए एसोसिएशन ऑफ रिलिजन डेटा आर्काइव्स (एआरडीए) द्वारा 2019 में प्रकाशित स्टेटस डेटासेट प्रोजेक्ट से धार्मिक विशेषता-जनसांख्यिकीय डेटा का उपयोग किया गया था। यह रिपोर्ट पाकिस्तान, बांग्लादेश समेत दक्षिण एशियाई पड़ोसी देशों की स्थिति को देखते हुए उल्लेखनीय है, जहां बहुसंख्यक आबादी बढ़ी है, जबकि अल्पसंख्यक आबादी चिंताजनक रूप से बढ़ी है।