नरेंद्र हिरवानी: भारतीय क्रिकेट टीम इस समय न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में व्यस्त है। दूसरी ओर, पाकिस्तान टीम भी घरेलू मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज की मेजबानी कर रही है। टेस्ट क्रिकेट का अपना अलग ही महत्व है. और इसमें हिस्सा लेना हर क्रिकेटर का सपना होता है. अगर कोई क्रिकेटर अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक बनाता है या शानदार गेंदबाजी करता है. तो ये फैंस के दिलों में जगह बना लेती है.
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी के टेस्ट डेब्यू को कौन भूल सकता है। जो आज अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं. जनवरी 1988 में, हिरवानी ने चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पदार्पण पर धूम मचा दी। हिरवानी ने पहली पारी में 61 रन देकर 8 विकेट लिए थे. फिर उन्होंने दूसरी पारी में 75 रन देकर 8 विकेट लिए.
हिरवानी ने अपने पहले टेस्ट मैच में 136 रन बनाए और 16 विकेट लिए। यह अपने पहले टेस्ट मैच में किसी भी गेंदबाज द्वारा की गई सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी थी. उनका ये रिकॉर्ड आज भी बरकरार है. जब हिरवानी ने यह उपलब्धि हासिल की तब उनकी उम्र केवल 19 साल और 85 दिन थी। हिरवानी के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम ने वह मैच 255 रनों से जीत लिया. उस मैच में रवि शास्त्री भारतीय टीम के कप्तान थे.
डेब्यू टेस्ट मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी के मामले में ऑस्ट्रेलिया के बॉब मैसी हिरवानी के बाद दूसरे स्थान पर हैं। मैसी ने 1972 के लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 137 रन देकर 16 विकेट लिए थे। जबकि इंग्लैंड के फ्रेडरिक मार्टिन इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं। मार्टिन ने 1890 में ओवल टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 102 रन देकर 12 विकेट लिए थे.
इसके अलावा नरेंद्र हिरवानी के नाम टेस्ट क्रिकेट में एक और विश्व रिकॉर्ड दर्ज है. 1990 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में हिरवानी ने बिना कोई ब्रेक लिए 59 ओवर फेंके. इस दौरान उन्होंने 18 मेडन ओवर फेंके. और 137 रन देकर 1 विकेट लिया. यह किसी भी गेंदबाज द्वारा टेस्ट मैच में बिना ब्रेक लिए सबसे लंबा गेंदबाजी स्पैल था। उनका ये रिकॉर्ड आज भी बरकरार है.
नरेंद्र हिरवानी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर 8 साल (1988-96) तक चला। जिसमें उन्होंने भारत के लिए 17 टेस्ट और 18 वनडे मैच खेले. हिरवानी ने टेस्ट क्रिकेट में 30.10 की औसत से 66 विकेट लिए। वहीं वनडे में हिरवानी ने 31.26 की औसत से 23 विकेट लिए. लेकिन अपने खराब प्रदर्शन के कारण हिरवानी का अंतरराष्ट्रीय करियर ज्यादा लंबा नहीं चल सका. हिरवानी के बेटे मिहिर भी लेग स्पिनर हैं. 30 साल के मिहिर हिरवानी ने अब तक 31 फर्स्ट क्लास, 23 लिस्ट-ए और 24 टी20 मैच खेले हैं.