The Path to Becoming a Teacher : जानें NET और B.Ed में क्या है बेहतर और कैसे बनाएं करियर
- by Archana
- 2025-08-24 14:04:00
Newsindia live,Digital Desk: The Path to Becoming a Teacher : शिक्षक बनना आज भी कई युवाओं का सपना होता है क्योंकि यह एक सम्मानित और स्थिर करियर विकल्प माना जाता है। इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के लिए सही योग्यता और डिग्री का होना अत्यंत आवश्यक है। अक्सर छात्र इस बात को लेकर असमंजस में रहते हैं कि शिक्षण के क्षेत्र में जाने के लिए उन्हें बैचलर ऑफ एजुकेशन यानी बीएड करना चाहिए या नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट यानी नेट की परीक्षा पास करनी चाहिए। आइए समझते हैं कि दोनों में क्या अंतर है और आपके लिए कौन सा विकल्प बेहतर हो सकता है।
बीएड: स्कूली शिक्षा की नींव
बैचलर ऑफ एजुकेशन (बीएड) एक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स है जो विशेष रूप से स्कूली स्तर पर शिक्षक बनने के लिए जरूरी है। इस कोर्स में छात्रों को शिक्षण की कला, बच्चों के मनोविज्ञान, कक्षा प्रबंधन और मूल्यांकन की तकनीकों के बारे में प्रशिक्षित किया जाता है। यदि आपका लक्ष्य प्राइमरी, सेकेंडरी या सीनियर सेकेंडरी स्कूल में शिक्षक बनना है, तो आपके लिए बीएड करना अनिवार्य है। बीएड करने के बाद आप सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षक पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा, आप शिक्षा सलाहकार, कंटेंट राइटर या शिक्षा विभाग में भी नौकरी पा सकते हैं।
नेट: कॉलेज और विश्वविद्यालय में अध्यापन का प्रवेश द्वार
नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) एक राष्ट्रीय स्तर की पात्रता परीक्षा है, जिसे पास करने के बाद उम्मीदवार कॉलेज और विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए योग्य हो जाते हैं। इसके अतिरिक्त, इस परीक्षा के माध्यम से जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) भी मिलती है, जिससे आप शोध कार्य के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। नेट की परीक्षा किसी विशिष्ट विषय में आपकी विशेषज्ञता और गहन ज्ञान को प्रमाणित करती है।
नेट के बाद शिक्षक कैसे बनें?
नेट परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद आपके लिए अकादमिक जगत में कई रास्ते खुल जाते हैं। आप विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों के लिए निकाली गई रिक्तियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन पदों पर चयन आमतौर पर अकादमिक रिकॉर्ड और साक्षात्कार में प्रदर्शन के आधार पर होता है। कई सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (पीएसयू) भी नेट स्कोर के आधार पर अपने शोध और विकास विभागों में वैज्ञानिकों या अधिकारियों की भर्ती करते हैं।
कौन सा विकल्प है बेहतर?
यह पूरी तरह से आपके करियर के लक्ष्यों पर निर्भर करता है। यदि आप स्कूल के बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं और शिक्षा की जमीनी स्तर पर काम करना चाहते हैं, तो बीएड आपके लिए सही मार्ग है। वहीं, यदि आपकी रुचि उच्च शिक्षा, किसी विषय में विशेषज्ञता हासिल करने और शोध कार्य में है, तो आपको नेट परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए। संक्षेप में, बीएड आपको स्कूल शिक्षक बनाता है और नेट आपको कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बनने की पात्रता प्रदान करता है।
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