जगदलपुर,17 अप्रैल(हि.स.)। बस्तर लोकसभा क्षेत्र के लिए प्रथम चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है। इससे पहले मतदान केंद्रों तक मतदान कर्मियों को पहुंचाने का सिलसिला शुरू हो चुका है। बस्तर लोकसभा सीट पर आज बुधवार शाम 05 बजे चुनाव प्रचार का शोर थम गया। इसके बाद 19 अप्रैल को सुबह 07 बजे से मतदान शुरू होगा।
संवेदनशील जिलों में सुबह 07 बजे से दोपहर 03 बजे तक और सामान्य जिलों में सुबह 07 बजे से 05 बजे तक मतदान होगा। संवेदनशील इलाकों के बूथों से अंधेरा होने से पहले मतदान दलों को निकालने की चुनौती रहेगी। हालांकि मतदान दलों की वापसी मतदान के अगले दिन तक होती रहती है।
बस्तर लोकसभा सीट के अंतर्गत आठ विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें पांच सीटें संवेदनशील क्षेणी में रखी गई हैं वहीं तीन सीटों में हालात सामान्य हैं। संवेदनशील सीटों के 1258 केंद्रों में ही दोपहर 03 बजे तक मतदान होना है। वहीं जगदलपुर, चित्रकोट और बस्तर विधानसभा के 699 केंद्रों में शाम 05 बजे तक मतदान होगा। बस्तर लोकसभा के लिए आठ विधानसभा में कुल 1957 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मतदान केंद्र दंतेवाड़ा जिले में 273 केंद्र हैं। वहीं सबसे कम 212 केंद्र बस्तर विधानसभा में हैं। इसके अलावा नारायणपुर में 265, जगदलपुर में 247, कोण्डागांव में 242, चित्रकोट में 240, बीजापुर में 245 और कोंटा में 233 केंद्र बनाए गए हैं। इस बार 234 केंद्रों की शिफ्टिंग भी की गई है।
बस्तर लोकसभा चुनाव के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है कि इस सीट के निकाय क्षेत्र में सिर्फ महिलाएं ही मतदान करवाएंगी। जगदलपुर शहरी क्षेत्र, बस्तर नगर पंचायत और बस्तर जिले के सभी ब्लॉक मुख्यालय के मतदान केंद्रों में महिला मतदान कर्मी ही वोटिंग करवाएंगी। पिछले चुनाव में महिला मतदान कर्मियों ने संगवारी बूथ के जरिए मतदान करवाया था। जगदलपुर,चित्रकोट व बस्तर विधानसभा सीट की मतगणना का पूरा काम भी महिलाओं ने ही किया था। इस वजह से इस बार बस्तर जिले में मतदान करवाने का जिम्मा महिलाओं को सौंपा गया है।