समाज में महिलाओं के दर्द को समझने की आवश्यकता और महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता

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एमिली हैंडस्टॉक की कहानी
टिकटॉक सेलिब्रिटी एमिली हैंडस्टॉक ने हाल ही में बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि वह पिछले दस साल से हर महीने पीरियड के दर्द का सामना कर रही हैं। हालांकि जब भी वह इस बारे में बात करती हैं, उन्हें बताया जाता है कि यह कोई बड़ी बात नहीं है और इस दर्द के साथ जीने का तरीका सीख लें। एमिली का कहना है कि उनकी तरह कई महिलाएं पीरियड के दौरान पेट, पीठ और सिर में जबरदस्त दर्द महसूस करती हैं, लेकिन उनके दर्द को समझने वाला कोई नहीं होता। कार्डिफ यूनिवर्सिटी के शोध में पाया गया कि 64 प्रतिशत महिलाएं पीरियड के दौरान असहजता और दर्द का सामना करती हैं, लेकिन समाज इस दर्द को समस्या मानने से हिचकिचाता है। एमिली ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम पीरियड से जुड़ी समस्याओं पर खुलकर बात करें, क्योंकि विकासशील देशों में लड़कियों को गंदे कपड़े का इस्तेमाल करना पड़ता है, जिससे उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं झेलनी पड़ती हैं।

पूजा की प्रेरणादायक कहानी
नोएडा में कोविड महामारी के दौरान, 16 साल की पूजा ने अपने माता-पिता के साथ मिलकर अपने पड़ोसियों को उनकी पसंद की सब्जियां पहुंचाई। पूजा के माता-पिता ने बिल्डिंग के सामने सब्जी की रेहड़ी लगाई थी, और पूजा का काम था घर-घर जाकर सब्जियां देना। पूजा का यह जज्बा लोगों के दिलों में बस गया, और उनकी शादी की चिंता को देखते हुए कॉलोनी वालों ने मिलकर उसकी शादी धूमधाम से की। पूजा ने बताया कि उसने महामारी के दौरान अपने काम को अच्छे से निभाया, और अब बिल्डिंग की महिलाएं उसे परिवार की तरह मानती हैं। पूजा की शादी में शामिल होकर उन महिलाओं को ऐसा लगा जैसे वे अपनी बेटी की शादी कर रही हों। यह सहयोग और समर्थन का जज्बा हमें जीने की ताकत देता है।

मलाइका अरोड़ा की सलाह
फिल्म अभिनेत्री और सोशल मीडिया स्टार मलाइका अरोड़ा ने हाल ही में कर्ली टेल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि हर महिला को, चाहे वह शादीशुदा हो या सिंगल, अपना अलग बैंक अकाउंट रखना चाहिए। उनका मानना है कि आर्थिक आत्मनिर्भरता हर महिला के लिए आवश्यक है। मलाइका ने कहा कि महिलाओं को अपने भविष्य के लिए पैसे जमा करने चाहिए ताकि उन्हें वृद्धावस्था में किसी पर निर्भर न रहना पड़े।

चांदी से बनेगी अनोखी दवा
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने चांदी और एसेंशियल ऑयल से एक नई दवा विकसित की है, जो घाव पर पनपे जिद्दी बैक्टीरिया को समाप्त कर सकती है। यह दवा जानवरों और इंसानों दोनों के लिए उपयोगी होगी, और इसके माध्यम से चांदी की विशेषताओं का लाभ उठाया जाएगा।

इन घटनाओं और सलाहों के माध्यम से हमें यह समझना चाहिए कि महिलाओं के दर्द और उनकी आर्थिक स्थिति पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि समाज में वास्तविक बदलाव लाया जा सके।