नीम के फायदे: आयुर्वेद में ऐसे कई पौधे हैं जिनका इस्तेमाल बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। आज हम आपको एक ऐसे पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर है।
इसके पत्ते, जड़, फल और बीज सभी औषधि के रूप में उपयोग किये जाते हैं। हम बात कर रहे हैं नीम के पेड़ की। नीम औषधीय गुणों से भरपूर है। इसका उपयोग सदियों से औषधीय रूप में किया जाता रहा है। इसका उपयोग न केवल आयुर्वेद बल्कि यूनानी और होम्योपैथिक दवाओं में भी किया जाता है। इसके अलावा नीम के विभिन्न भागों का उपयोग आधुनिक चिकित्सा में भी किया जाता है।
कई बीमारियों का इलाज
बता दें कि नीम की पत्तियों में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक, एंटी-अल्सर, एंटीमलेरियल, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमुटाजेनिक और एंटीकैंसर गुण पाए गए हैं। इन सभी गुणों से भरपूर होने के कारण नीम कई बीमारियों के इलाज में उपयोगी है।
नीम की पत्तियां सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं
नीम का उपयोग बुखार, संक्रमण, त्वचा रोग, सूजन और दंत समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। खासतौर पर नीम की पत्तियां सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती हैं। नीम की पत्तियों का उपयोग विशेष रूप से त्वचा संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। नीम का उपयोग चेहरे पर कील-मुंहासों को दूर करने के लिए भी किया जाता है।
पत्तों का रस ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है
आयुर्वेद में नीम की पत्तियां डायबिटीज के लिए वरदान की तरह काम करती हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए नीम की पत्तियां बहुत फायदेमंद होती हैं। नीम की पत्ती का रस ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। अगर मधुमेह रोगी खाली पेट नीम की कुछ पत्तियां चबाएं तो कुछ ही दिनों में उन पर असर दिखना शुरू हो जाएगा।
नीम की पत्तियां चबाने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है। गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को नीम की पत्तियां खाने से बचना चाहिए। इसके अलावा नीम की पत्तियां त्वचा संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी कारगर मानी जा सकती हैं। बरसात के मौसम में त्वचा के संक्रमण से बचने के लिए नीम की पत्तियां उपयोगी हो सकती हैं।