नगर निकाय नहीं कराने के पीछे राज्य सरकार की मंशा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना : अमर कुमार बाउरी

रांची, 9 अप्रैल (हि.स.)। नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नगर निकाय चुनाव नहीं कराने के पीछे राज्य सरकार की मंशा भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना है। राज्य सरकार की मंशा साफ नहीं है।

नेता प्रतिपक्ष बाउरी ने मंगलवार को प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि आज पूरे प्रदेश में निकाय चुनाव लंबित हैं। विगत दिनों रोशनी खलखो की जनहित याचिका पर कोर्ट ने तीन हफ्ते के भीतर चुनाव कराने के निर्देश दिए थे लेकिन राज्य सरकार ने उल्टे ट्रिपल टेस्ट के बहाने समय पार करते हुए याचिका खारिज करने की अपील की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा साफ नहीं है। यह सरकार नगर निकायों के माध्यम से भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना चाहती है। सरकार को पता है कि बिना ट्रिपल टेस्ट के चुनाव नहीं कराए जा सकते। यह सरकार ट्रिपल टेस्ट कराने की दिशा में भी शांत बैठी है। पिछड़ा वर्ग आयोग भी पूरी तरह से गठित नहीं है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अन्य संवैधानिक संस्थाओं का भी गठन नहीं कर रही है। सिर्फ गलत बयानबाजी कर जनता को दिग्भ्रमित कर रही है। सूचना आयुक्त के संबंध में भी गलत सूचनाएं दी जा रही है। आयोगों के गठन नहीं करने के पीछे भी भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की ही मंशा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की दुहाई देने वाले रोज लोकतंत्र की हत्या करते हैं। इनका इतिहास पुराना है। चाहे आपातकाल हो या निकाय चुनावों को टालना, सब लोकतंत्र को कमजोर करने वाला कदम है।

उन्होंने कहा कि अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में भाजपा की सरकार ने 30 वर्षों से लंबित पंचायत चुनाव कराकर लोकतंत्र को मजबूत करते हुए जनभागीदारी सुनिश्चित कराई थी। रघुवर सरकार ने निकाय चुनाव संपन्न कराए थे। उन्होंने कहा कि आज भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी पार्टियां और नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। एक-दूसरे को कंधा दे रहे। जनता आगामी लोकसभा चुनाव में 14 लोकसभा सीट एवं गांडेय सीट पर एनडीए को जीत दिलाकर विपक्षी गठबंधन को सबक सिखाएगी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन राज्य सरकार की ओर से गलत शपथ पत्र दायर करने वाले, भ्रम फैलाने वाले लोगों पर लगाम लगाएं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ऐसा कितना कर पाएंगे ये समय बताएगा।