Agra Crime : हनीट्रैप का खौफनाक अंत मीठी बातों में फंसाकर पहले ब्लैकमेल किया, फिर हमेशा के लिए सुला दिया
News India Live, Digital Desk: आज की ये खबर पढ़कर शायद आपका भी 'भरोसा' शब्द पर से विश्वास उठ जाए। अक्सर हम सुनते हैं कि किसी ने प्यार में जान दे दी, लेकिन आगरा (Agra) में जो हुआ, वह प्यार नहीं, बल्कि एक सोची-समझी खूनी साजिश थी।
मामला प्रिंस नाम के एक युवक की मौत का है। शुरू में सबको लगा कि शायद उसने किसी परेशानी में आत्महत्या कर ली है या यह एक हादसा है। लेकिन पुलिस को प्रिंस के मोबाइल (Mobile) से कुछ ऐसा मिला, जिसने पूरी कहानी ही पलट कर रख दी। यह कहानी है लालच, झूठ, ब्लैकमेल और आखिर में मौत की।
मोबाइल ने खोले दफन राज
पुलिस ने जब जांच शुरू की और प्रिंस के मोबाइल का डेटा खंगाला, तो एक के बाद एक कई चौंकाने वाले राज सामने आए। मोबाइल की चैटिंग और कॉल रिकॉर्डिंग चीख-चीख कर बता रहे थे कि प्रिंस अपनी मर्जी से नहीं मरा, उसे मारा गया है।
सामने आया है कि प्रिंस एक 'हनीट्रैप' (Honeytrap) का शिकार हो गया था।
प्यार का नाटक और फिर 'रेप केस' का डर
जांच में पता चला कि इस साजिश के पीछे एक लड़की और उसके साथियों का हाथ था। कहानी बिलकुल फिल्मी स्टाइल में रची गई। पहले लड़की ने प्रिंस से नजदीकी बढ़ाई, मीठी-मीठी बातें कीं और उसे अपने प्यार के जाल में फंसाया। प्रिंस को लगा कि उसे सच्चा प्यार मिल गया है।
लेकिन असली खेल तो इसके बाद शुरू हुआ। जब प्रिंस पूरी तरह फंस गया, तो प्यार का नाटक 'ब्लैकमेलिंग' में बदल गया। खबर है कि आरोपी पक्ष की तरफ से प्रिंस को डराया जा रहा था। उसे धमकी दी जा रही थी कि अगर उसने उनकी मांगें पूरी नहीं कीं या मुंह खोला, तो उसे "झूठे रेप केस" (Fake Rape Case) में फंसा दिया जाएगा।
जरा सोचिए उस लड़के की मानसिक स्थिति क्या रही होगी? इज्जत जाने का डर समाज में सबसे बड़ा डर होता है।
जहर देकर सुला दिया हमेशा के लिए
हवस (पैसों की या बदला लेने की) इतनी बढ़ गई कि ब्लैकमेलिंग से बात नहीं बनी तो नौबत जान लेने तक आ गई। पुलिस की जांच और रिपोर्ट इशारा कर रही हैं कि प्रिंस को जहर (Poison) दिया गया था। उसे रास्ते से हटाने के लिए यह खौफनाक कदम उठाया गया ताकि वह किसी को उनका राज न बता सके।
समाज के लिए एक चेतावनी
आगरा की यह घटना हम सबके लिए, खासकर युवाओं के लिए एक बहुत बड़ी 'वार्निंग बेल' है। सोशल मीडिया और अनजान रिश्तों की दुनिया में हर कोई वैसा नहीं होता जैसा दिखता है। जिसे प्रिंस अपना हमदर्द समझ रहा था, वही उसकी मौत की वजह बन गई।
पुलिस ने अब शिकंजा कसना शुरू कर दिया है और मोबाइल में मिले सबूत आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुँचाने के लिए काफी हैं। लेकिन एक घर का चिराग तो बुझ गया। यह घटना सवाल छोड़ जाती है क्या अब प्यार और दोस्ती पर भी शक करना जरूरी हो गया है?
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