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हिम शिखरों के कर्मनिष्ठ और बेजोड़ योद्धा… कंधों पर लगे सितारे तो खिले चेहरे

देहरादून, 26 अप्रैल (हि.स.)। मसूरी स्थित भारत तिब्बत सीमा पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद 53 अधिकारियों ने संविधान एवं बल के प्रति निष्ठा-समर्पण की शपथ ली। इनमें 54वें गोस कॉम्बैटाइजेशन कोर्स के प्रशिक्षणार्थी भी शामिल हैं, जो विभिन्न राज्यों से आए हैं। भव्य दीक्षांत और शपथ ग्रहण समारोह में इन युवा अधिकारियों ने देश के लिए प्रतिबद्धता का इजहार किया। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के महानिदेशक ने इन युवा अधिकारियों के कंधों पर सितारे सजाकर उनका उत्साहवर्धन किया।

इन अधिकारियों को कठोर एवं लंबे प्रशिक्षण के दौरान युद्ध कौशल, शस्त्र चालन, शारीरिक प्रशिक्षण, आसूचना, मानचित्र अध्ययन, सैन्य प्रशासन, कानून व मानव अधिकार जैसे सैन्य व पुलिस संबंधी विषयों का गहन प्रशिक्षण दिया गया है। पासआउट होने वाले इन अधिकारियों में 54वें गोस कॉम्बैटाइजेशन कोर्स के प्रशिक्षणार्थी देश के विभिन्न राज्यों से हैं। इनमें केरल एवं राजस्थान से आठ-आठ, तमिलनाडु से पांच, उत्तर प्रदेश से चार, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, मणिपुर से तीन-तीन, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, पांडीचेरी से दो-दो एवं बिहार, असम, कर्नाटक, मध्य प्रदेश एवं उत्तराखंड से एक-एक प्रशिक्षणार्थी हैं। अकादमी के महानिरीक्षक/निदेशक पीएस डंगवाल ने अधिकारियों का स्वागत तो अकादमी के उप महानिरीक्षक-उप निदेशक राजेश शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस दौरान अकादमी के उप महानिरीक्षक-उप निदेशक प्रशासन अजय पाल सिंह, सेनानी (प्रशासन) शोभन सिंह राणा, सेनानी (प्रशिक्षण) जीजू एस आदि थे।

सीमा की सुरक्षा में अग्रणी

भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल अपनी उच्च अद्यतनता और प्रशिक्षितता के साथ 19 हजार फीट तक की ऊंचाई पर बर्फबारी और मुश्किल तापमान में भी सीमा की सुरक्षा में अग्रणी है। उनका अद्भुत संघर्ष और समर्पण महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वे आंतरिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, वीआईपी सुरक्षा और अन्य सामाजिक कार्यों में भी अग्रणी हैं। भारत के संरक्षण में उनका महत्वपूर्ण योगदान सराहनीय रहा है।

गौरवशाली रहा है आईटीबीपी का इतिहास

भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के महानिदेशक राहुल रसगोत्रा ने नवनियुक्त अधिकारियों का आह्वान करते हुए कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है। बल को आप लोगों से बहुत अपेक्षाएं हैं, इसलिए बल की परंपराओं को आगे बढ़ाते हुए बल का नाम रोशन करना है। उम्मीद है कि प्रशिक्षण से आप हर चुनौतियों का सामना कर सकेंगे। युवा अधिकारी के नाते बल की पुरानी परंपराओं के निर्वहन के साथ नए विचारों का भी समावेश करें।

ई-अमोघ पत्रिका का विमोचन, उत्कृष्ट प्रदर्शन पर मिली विजेता ट्राफी

भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के महानिदेशक ने ई-अमोघ पत्रिका का विमोचन किया। साथ ही उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षणार्थियों को विजेता ट्राफी से सम्मानित किया। वहीं भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के हिमवीरों ने विभिन्न प्रदर्शनों एवं बैंड डिस्पले के साथ समारोह का समापन किया।

भारत-चीन युद्ध के बाद 1962 में स्थापित हुआ था आईटीबीपी

भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) भारत का एक सीमा सुरक्षा बल है, जो तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के साथ अपनी सीमाओं पर तैनात है। यह पांच केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में से एक है, जिसे 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद 1962 में स्थापित किया गया था।