टीम इंडिया के लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा के तलाक को लेकर नई खबर सामने आई है। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने 20 मार्च को मामले को बंद करने का आदेश दिया है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने बांद्रा फैमिली कोर्ट को तलाक पर अंतिम फैसला देने का आदेश दिया है। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने 6 महीने की कूलिंग-ऑफ अवधि को भी माफ कर दिया है। इसके लिए युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा ने संयुक्त याचिका दायर की है।
चहल-धनश्री मामले में हाईकोर्ट का नया आदेश
तलाक के लिए आवेदन करने हेतु 6 महीने का समय दिया जाता है। जिसमें पुनः समूह बनाने के लिए समय दिया जाता है। लेकिन यदि ऐसी कोई संभावना नहीं दिखती तो अदालत इस समयावधि को माफ कर देती है। आईपीएल-2025 की शुरुआत 22 मार्च से हो रही है। और पंजाब का मैच 25 मार्च को खेला जाना है। युजवेंद्र चहल पंजाब की टीम के लिए खेलेंगे और सभी की निगाहें उन पर होंगी। युजवेंद्र चहल अगले दो महीने तक आईपीएल में व्यस्त रहेंगे। इन सभी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने बांद्रा फैमिली कोर्ट को 20 मार्च तक तलाक पर अंतिम फैसला देने का आदेश दिया है।
चहल और धनश्री ढाई साल तक अलग-अलग रहे।
युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा ढाई साल से अलग रह रहे थे। वे जून 2022 से एक साथ नहीं रह रहे थे। और दोनों अपने-अपने काम में व्यस्त थे। हाईकोर्ट ने इस मामले पर अपनी मुहर लगाते हुए कहा है कि चहल दंपत्ति अब साथ नहीं रह रहे हैं। और आपसी सहमति से तलाक के लिए याचिका दायर की। रखरखाव को लेकर दोनों के बीच आपसी सहमति बन गई है। इसके तहत युजवेंद्र चहल धनश्री वर्मा को 4.75 करोड़ रुपये देंगे। पारिवारिक अदालत के अनुसार, वह इसमें से 2.37 करोड़ रुपये पहले ही चुका चुके हैं। हाईकोर्ट के अनुसार दोनों के बीच हुए समझौते के अनुसार भरण-पोषण की दूसरी किस्त तलाक के आदेश के बाद ही देनी होगी। आपको बता दें कि दोनों के बीच रिलेशनशिप की शुरुआत महज 5 साल पहले हुई थी। कोविड महामारी के दौरान डांस क्लास के दौरान नजदीकियां बढ़ीं और फिर दोस्ती प्यार में बदल गई। चहल और धनश्री की शादी 22 दिसंबर 2020 को हुई थी। हालाँकि, यह रिश्ता 2 साल भी नहीं चल सका।