
दिल्ली विधानसभा चुनाव नतीजों में आम आदमी पार्टी की प्रमुख नेता आतिशी ने कालकाजी विधानसभा सीट से अपनी जीत दर्ज कर ली है। इस जीत से पार्टी को भाजपा बहुमत वाली विधानसभा में अपनी आवाज प्रभावी ढंग से उठाने का मौका मिलेगा। आतिशी ने भाजपा के रमेश बिधूड़ी को 3500 से अधिक मतों से हराया। जीत के बाद आतिशी ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ हरियाणवी गाने ‘बाप तो बाप रहेगा’ पर जमकर डांस किया।
आतिशी के डांस का एक वीडियो सोशल मीडिया साइट एक्स पर भी शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में वह अपने कार्यकर्ताओं के साथ डांस करती नजर आ रही हैं। कई पार्टी कार्यकर्ता भी उनके साथ नाचते नजर आ रहे हैं। शुरुआती रुझान में आतिशी रमेश बिधूड़ी से पीछे चल रही थीं, लेकिन कई राउंड की मतगणना के बाद वह आगे निकल गईं और जीत हासिल कर ली।
आतिशी का वीडियो शेयर करते हुए आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने तंज कसते हुए कहा, “ये कैसा बेशर्मी भरा प्रदर्शन है? पार्टी हार गई, सारे बड़े नेता हार गए और आतिशी मार्लेन ऐसे जश्न मना रही हैं??”
रमेश बिधूड़ी ने आतिशी पर साधा निशाना, छिड़ा विवाद
चुनाव प्रचार के दौरान दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली थी। रमेश बिधूड़ी ने आतिशी पर अपना उपनाम “मार्लेना” से बदलकर “सिंह” करने के लिए निशाना साधा, जिससे विवाद पैदा हो गया। इसके जवाब में आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आंसू भरी आंखों से अपना दुख व्यक्त करते हुए बिधूड़ी पर अपने बुजुर्ग पिता के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया। यह विवाद अंततः उनके पक्ष में काम आया।
आतिशी का परिवार और उनकी पढ़ाई!
आतिशी का जन्म विजय सिंह और त्रिप्ता वाही के घर हुआ था, दोनों ही दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा दिल्ली के स्प्रिंगडेल्स स्कूल से पूरी की और उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से इतिहास में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। बाद में उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में भी अध्ययन किया।
2015 में आतिशी को तत्कालीन शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया का सलाहकार नियुक्त किया गया था। वह शिक्षा प्रणाली में सुधार और संरचनात्मक चुनौतियों के समाधान के लिए सरकार के प्रयासों में शामिल थीं। उन्होंने पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य के रूप में भी कार्य किया। 2019 में, उन्होंने पूर्वी दिल्ली सीट से भाजपा के गौतम गंभीर के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गईं।
2024 में आतिशी ने दिल्ली की आठवीं और सबसे युवा मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
सितंबर 2024 में, आतिशी ने दिल्ली की आठवीं और सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, और इस पद पर आसीन होने वाली तीसरी महिला बनीं। पिछले वर्ष, जब पार्टी के अधिकांश शीर्ष नेता भ्रष्टाचार के मामलों में जेल में थे, तब उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में पार्टी को उसके सबसे बड़े संकट से निकाला।