एनवीडिया बनी सबसे मूल्यवान कंपनी: एआई चिप्स बनाने वाली अमेरिकी कंपनी एनवीडिया दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है। कंपनी ने माइक्रोसॉफ्ट को पछाड़कर यह उपलब्धि हासिल की है। माइक्रोसॉफ्ट अब 3.32 ट्रिलियन डॉलर के मूल्यांकन के साथ दुनिया की दूसरी सबसे मूल्यवान कंपनी है। एप्पल 3.27 लाख करोड़ डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर पहुंच गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस कंपनी ने भारत और एशिया के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी को पीछे छोड़ दिया है। एआई चिप्स बनाने वाली अमेरिकी कंपनी एनवीडिया ने दो महीने पहले 2022 में पहली बार आईफोन और अन्य डिवाइस बनाने वाली कंपनी एप्पल को पीछे छोड़ दिया है।
कंपनी का प्रदर्शन
यह अमेरिकी कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित सेमीकंडक्टर और जीपीयू (ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट) बनाती है। जिसका उपयोग कंप्यूटर से लेकर लैपटॉप, स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक वाहन, 2डी और 3डी एनिमेशन तक डिस्प्ले बनाने के लिए किया जाता है। इसे आम बोलचाल की भाषा में ग्राफ़िक्स कार्ड और वीडियो कार्ड भी कहा जाता है। इन चिप्स का उपयोग AI आधारित डिवाइस बनाने में किया जाता है। जिसकी मांग दुनिया भर में बढ़ती जा रही है. इससे कंपनी की आय भी लगातार बढ़ी है.
कंपनी के शेयरों में उछाल
मंगलवार को कंपनी के शेयरों में 3.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 3.34 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गया. माइक्रोसॉफ्ट के शेयर 0.5 प्रतिशत और एप्पल के शेयर 1.1 प्रतिशत नीचे थे। एनवीडिया के शेयरों में इस साल 174 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि पिछले साल यह 239 प्रतिशत थी। साल की पहली तिमाही में कंपनी का राजस्व 262% और मुनाफा 462% बढ़ा।
31 साल पहले कंपनी की स्थापना की
एनवीडिया कंपनी की स्थापना अप्रैल, 1993 में अमेरिका में हुई थी। इसके संस्थापक जेन्सेन हुआंग और उनके दो सहयोगी थे। जेन्सेन हुआंग कंपनी के सीईओ हैं। जो नेटवर्थ के मामले में मुकेश अंबानी से भी आगे हैं। मुकेश अंबानी 13वें और जेन्सेन 12वें स्थान पर हैं। जेन्सेन की नेटवर्थ 119 अरब डॉलर (9.92 लाख करोड़ रुपए) है। जबकि मुकेश अंबानी की नेटवर्थ 113 अरब डॉलर (9.42 लाख करोड़ रुपए) है।