जगदलपुर, 17 अगस्त (हि.स.)। छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज ने आज शनिवार काे बस्तर बंद का आह्वान किया है। बस्तर जिले मे बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। संभागीय मुख्यालय जगदलपुर की व्यावसायिक प्रतिष्ठानें बंद हैं। हालांकि मेडिकल जैसी इमरजेंसी सेवाएं चल रही है, यात्री बसें चल रही हैं।
छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों का कहना है कि, बस्तर में अनाधिकृत रूप से घुसपैठिए घुस रहे हैं। इसकी जानकारी न तो प्रशासन को दी जा रही है और न ही पुलिस को। बिना किसी जानकारी के लोग इन्हें किराए में मकान भी दे रहे हैं। उनकी पहचान भी नहीं है जो कि गलत है। सर्व आदिवासी समाज के सदस्यों का कहना है कि बांग्लादेश के जो हालात हैं अब वहां के कुछ घुस पैठिए बस्तर के अलग-अलग इलाकों में आकर रहने लगे हैं। बस्तर पांचवी अनुसूची वाला क्षेत्र है। संभाग भर के अलग-अलग जिलों में नगर, कस्बा और गांव तक घुस पैठियों की आमद हो गई है। समाज के सदस्यों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे घुसपैठियों की पहचान कर इन्हें जल्द से जल्द यहां से वापस भेजा जाए। इसी मांग को लेकर बंद का करवाया गया है।
उल्लेखनीय है कि, जगदलपुर के आड़ावाल के पास कुछ बाहरी लोगों के प्रवेश की खबर मिली थी। वे लोग यहां एक किराए के मकान में रह रहे थे। इसकी जानकारी समाज के सदस्यों को मिली थी, जिसके बाद विवाद की स्थिति देखने को मिली थी। उस दाैरान मौके पर पहुंची पुलिस ने विवाद शांत करवाया था, इसका वीड़ियाे भी वायरल हुआ था। इसके बाद सर्व हिंदू समाज व छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज सहित अन्य समाजिक संगठनाें द्वारा बस्तर संभाग में रोहिंग्या एवं अन्य क्षेत्र के संदिग्ध मुसलमानों की संख्या में भारी वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए वर्तमान में बांग्लादेश के घटनाओं से जन सामान्य में इसके कारण असुरक्षा एवं धर्मान्तरण के केन्द्र बने चर्चाें काे लेकर बस्तर के प्रभारी मंत्री एवं प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा से सार्थक चर्चा एवं निर्देश के बाद बस्तर पुलिस के द्वारा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले किरायेदारों पर निगरानी रखने के दृष्टिकोण से जानकारी एकत्र कर अद्यतन की जा रही हैं। मकान मालिकाें से किराएदारों की जानकारी थाने में उपलब्ध करवाने के साथ ही अपने आस-पास बाहरी संदिग्धाें की सूचना भी पुलिस काे दिये जाने कहा जा रहा है।