कठुआ 18 नवंबर (हि.स.)। अमरीश जसरोटिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने माननीय उपमुख्यमंत्री से मुलाकात कर कठुआ के गांव बरवाल के पास बुद्धि के राजस्व क्षेत्र में स्थित भूमि को औद्योगिक उद्देश्यों के लिए सिडको को हस्तांतरित करने पर चिंता जताई।
प्रतिनिधिमंडल में स्थानीय नेता, पंच पवन जसरोटिया, पंच कुलदीप खजूरिया और आसपास के गांवों के अन्य प्रतिनिधि शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने उक्त भूमि पर उद्योगों की स्थापना का कड़ा विरोध किया, यह बताते हुए कि यह क्षेत्र कई पेड़ों और वन्यजीवों की समृद्ध उपस्थिति वाला एक अत्यधिक वनस्पति क्षेत्र है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के औद्योगिक विकास से महत्वपूर्ण पारिस्थितिक क्षति होगी, जंगली प्रजातियों के आवास में बाधा आएगी और प्राकृतिक पर्यावरण को नुकसान होगा। अमरीश जसरोटिया ने इस बात पर जोर दिया कि विचाराधीन भूमि औद्योगिक उपयोग के लिए अनुपयुक्त है और उन्होंने उपमुख्यमंत्री से वैकल्पिक स्थानों पर विचार करने की अपील की।
उन्होंने क्षेत्र की प्राकृतिक विरासत और पारिस्थितिक संतुलन की रक्षा के लिए समुदाय के सर्वसम्मत रुख पर प्रकाश डाला। चिंताओं पर प्रतिक्रिया देते हुए माननीय उप मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने सिडको अधिकारियों को साइट पर चल रहे सभी कार्यों को रोकने का निर्देश दिया और आगे कोई भी निर्णय लेने से पहले स्थिति का आकलन करने के लिए व्यक्तिगत रूप से क्षेत्र का दौरा करने की प्रतिबद्धता जताई। निवासियों और स्थानीय नेताओं ने उपमुख्यमंत्री की समझदारी और समय पर हस्तक्षेप के लिए उनका आभार व्यक्त किया।