मंडी, 24 जून (हि.स.)। महिला- बाल मामले और महिला सशक्तिकरण मंत्रालय, श्रीलंका तथा जायका-श्रीलंका के अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल को जायका के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों की गतिविधियों की जानकारी दी गई। जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. सोनल गुप्ता ने कहा कि श्रीलंका से आए प्रतिनिधियों की यह यात्रा दोनों देशों के बीच आपसी सीख और विचारों के आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह आदान-प्रदान नई रणनीतियों और सहयोगों को प्रेरित करेगा, जिससे दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को लाभ होगा।
प्रतिनिधिमंडल ने जायका समर्थित हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल का स्वागत जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. सोनल गुप्ता, खंड परियोजना प्रबंधक मंडी डॉ. पवन कुमार और उनकी टीम द्वारा किया गया।
इस मौके पर जिला परियोजना प्रबंधक हमीरपुर डॉ. अनुप कतना और खंड परियोजना प्रबंधक हमीरपुर डॉ. जीत राम भी उपस्थित रहे । प्रतिनिधिमंडल ने खंड परियोजना प्रबंधक मंडी के अंतर्गत रीटेल आउटलेट सुंदरनगर का दौरा किया तथा शीतला स्वयं सहायता समूह सुंदरनगर और जय देव कमरूनाग स्वयं सहायता समूह गोहर से चर्चा कर उनकी संरचना और कार्यप्रणाली को समझा।
इस मौके पर इन समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई गई और समूहों द्वारा तैयार उत्पादों को बेचने के तरीकों की जानकारी भी प्रतिनिधिमंडल को दी तथा इन स्वंय सहायता समूहों द्वारा उपयोग में लाए जा रहे अभिलेखों को भी विदेशी प्रतिनिधियों के साथ साझा किया गया।
शीतला स्वयं सहायता समूह की प्रधान रक्षा ने बताया कि उनके द्वारा 100 से अधिक उत्पादों की बिक्री रीटेल आउटलेट पर की जा रही है। जिसका उत्पादन विभिन्न समूहों की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है तथा जायका द्वारा इन समूहों को ऋ ण प्रबंधन, लेखा और बही खाता, कटाई के बाद प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन पर विभिन्न प्रशिक्षण दिए गए। जिससे उनकी आय में बढ़ोत्तरी हुई तथा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायता मिली है।