ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद भारतीय टेस्ट टीम के अगले कप्तान को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। रोहित शर्मा का फॉर्म और उम्र दोनों इस चर्चा के केंद्र में हैं। सिडनी टेस्ट में खराब प्रदर्शन और बल्ले से तीन मैचों में केवल 31 रन बनाने के बाद, उन्होंने आखिरी टेस्ट से खुद को बाहर कर लिया था। भारत की अगली टेस्ट सीरीज जून 2025 में इंग्लैंड दौरे पर है, और इस लंबे अंतराल के दौरान भारत को एक नए टेस्ट कप्तान की तलाश करनी होगी।
रोहित शर्मा की कप्तानी का अंत निकट?
रोहित शर्मा के बल्ले से लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट में रन नहीं आ रहे हैं। उम्र को देखते हुए यह भी कम संभावना है कि वह घरेलू क्रिकेट में खेलकर फॉर्म हासिल करने की कोशिश करेंगे। ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन को अगले टेस्ट कप्तान के लिए तैयार रहना होगा।
पर्थ टेस्ट: कप्तानी की होड़ और बुमराह का उदय
ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान यह चर्चा भी सामने आई थी कि रोहित की अनुपस्थिति में पर्थ टेस्ट के दौरान कई खिलाड़ियों की नजरें कप्तानी पर थीं। एक सीनियर खिलाड़ी ने भी कप्तान बनने की इच्छा जाहिर की थी। हालांकि, उस मैच में टीम की कमान तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने संभाली और भारत को दौरे की एकमात्र जीत दिलाई।
सुनील गावस्कर ने बुमराह को बताया अगला कप्तान
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को रोहित शर्मा के बाद भारतीय टेस्ट टीम का अगला कप्तान बनाए जाने की वकालत की है। गावस्कर ने बुमराह की लीडरशिप की विशेष खूबियों की प्रशंसा की।
7 क्रिकेट से बात करते हुए गावस्कर ने कहा:
“बुमराह में एक लीडर की छवि है। वह आगे बढ़कर नेतृत्व करता है और अपने साथियों पर दबाव नहीं डालता।”
गावस्कर का मानना है कि बुमराह का नेतृत्व शैली ऐसी है जो खिलाड़ियों को स्वतंत्र रूप से काम करने का अवसर देती है।
तेज गेंदबाजों के लिए बेहतरीन लीडर
गावस्कर ने इस दौरान यह भी बताया कि कैसे बुमराह ने पर्थ टेस्ट में मिड-ऑफ और मिड-ऑन पर खड़े होकर अन्य तेज गेंदबाजों को गाइड किया।
“बुमराह को देख सकते हैं कि वह अपने साथियों से यही उम्मीद करते हैं कि वे अपना काम करें और टीम में उनकी उपस्थिति उसी कारण है। उन्होंने तेज गेंदबाजों का बेहतरीन मार्गदर्शन किया और उनकी रणनीति शानदार रही।”
बुमराह की कप्तानी शैली
गावस्कर ने कहा कि बुमराह एक ऐसे कप्तान हो सकते हैं जो खिलाड़ियों पर अनावश्यक दबाव नहीं डालते। उन्होंने तेज गेंदबाज के मैदान पर शांत और सटीक नेतृत्व की प्रशंसा की:
“कुछ कप्तान अपने खिलाड़ियों पर बहुत अधिक दबाव डालते हैं। लेकिन बुमराह की शैली अलग है। वह खिलाड़ियों को उनके काम पर भरोसा करते हुए स्वतंत्रता देते हैं।”
आगे की राह: बुमराह कप्तान बन सकते हैं?
भारतीय टीम को इंग्लैंड दौरे तक कप्तानी का फैसला लेना होगा। बुमराह का प्रदर्शन और उनकी नेतृत्व क्षमता उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाती है। हालांकि, उनकी फिटनेस को देखते हुए प्रबंधन को उनके वर्कलोड का भी ध्यान रखना होगा।