देश के जाने-माने तबला वादक जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में अमेरिका में निधन हो गया है। उनका इलाज अमेरिकी अस्पताल में चल रहा था और उन्होंने वहीं अंतिम सांस ली। जाकिर हुसैन के निधन से कला-मनोरंजन जगत से लेकर राजनीतिक क्षेत्र तक पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है.
देश के मशहूर लोगों ने दी श्रद्धांजलि
वाह ताज हमेशा गूंजता रहेगा:ज्योतिरादित्य सिंधिया
उनके निधन पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोशल मीडिया पर लिखा, जाकिर हुसैन जी का तबला एक सार्वभौमिक भाषा बोलता है जो सीमाओं, संस्कृतियों और पीढ़ियों से परे है। यह क्लिप उस विरासत को परिभाषित करती है जिसके द्वारा हम उन्हें याद करेंगे और उनके योगदान का जश्न मनाएंगे। उनकी ध्वनि और लय की लहरें हमारे दिलों में हमेशा गूंजती रहेंगी, उनके परिवार, प्रशंसकों और प्रियजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
शिवराज सिंह चौहान ने जताया शोक
जाकिर हुसैन के निधन पर देश के कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा है कि उनका निधन कला और संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. भगवान दिवंगत आत्मा को शांति दें और शोक संतप्त परिवार और प्रशंसकों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति दें। ओम शांति!
उनका निधन एक अपूरणीय क्षति है: जितिन प्रसाद
जाकिर हुसैन के निधन पर केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने लिखा, ‘संगीत नाटक अकादमी और ग्रैमी जैसे पुरस्कारों से सम्मानित विश्व प्रसिद्ध तबला वादक ‘पद्म विभूषण’ उस्ताद जाकिर हुसैन जी के निधन की दुखद खबर। उनका निधन संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति हैं। ओम शांति!
असाधारण निपुणता अमर विरासत का निर्माण करती है: राज्यवर्धन सिंह राठौड़
जाकिर हुसैन के निधन पर शोक जताते हुए राजस्थान सरकार के मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने लिखा, ‘उस्ताद जाकिर हुसैन की तबले पर असाधारण महारत ने संगीत की दुनिया में एक अमर विरासत बनाई है, जिनके जीवन को उन्होंने छुआ और जिनकी धुनें हमेशा हमारे दिलों में गूंजती रहेंगी।
परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं: राहुल गांधी
जाकिर हुसैन के निधन पर विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लिखा, ‘महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन जी के निधन की खबर बेहद दुखद है. उनका निधन संगीत जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। उस्ताद ज़ाकिर हुसैनजी अपनी कला की एक विरासत छोड़ गए हैं, जो हमेशा हमारी यादों में जीवित रहेगी।