प्रदूषित हवा से शरीर का कंकाल हो सकता है कमजोर, लंबे समय तक संपर्क में रहने से होती हैं ये जानलेवा बीमारियां

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आज के समय में वायु प्रदूषण एक गंभीर वैश्विक समस्या बन गई है। इससे स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है। दरअसल, हवा में घुले खतरनाक प्रदूषक जैसे पीएम 2.5, कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड मानव शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं।

यह प्रदूषण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देता है। लंबे समय तक प्रदूषित हवा में सांस लेने से जीवन को गंभीर खतरा हो सकता है। इस लेख में हम वायु प्रदूषण से होने वाली सात सबसे खतरनाक बीमारियों के बारे में बता रहे हैं-

दिल की बीमारी

वायु प्रदूषण हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। हवा में मौजूद हानिकारक कण रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं, जिससे रक्त संचार ठीक से नहीं हो पाता और हृदय पर दबाव बढ़ जाता है। यह स्थिति हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या पैदा करती है।

फेफड़े का कैंसर

वायु प्रदूषण में कैंसरकारी तत्व भी मौजूद होते हैं, जो सांस के ज़रिए फेफड़ों तक पहुँचकर घातक ट्यूमर बनाते हैं। इसके अलावा, ये तत्व फेफड़ों की कोशिकाओं को भी नुकसान पहुँचाते हैं।

श्वसन रोग

वायु प्रदूषण श्वसन तंत्र को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। इससे अस्थमा का दौरा पड़ सकता है और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) जैसी अन्य श्वसन संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।

मानसिक विकार

वायु प्रदूषण मस्तिष्क के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है। अध्ययनों से पता चला है कि वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से मनोभ्रंश, अल्जाइमर रोग और अन्य तंत्रिका संबंधी विकारों का खतरा बढ़ सकता है।

विकासात्मक समस्याएं

गर्भवती महिलाओं के वायु प्रदूषण के संपर्क में आने से उनके बच्चों में विकास संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इनमें कम वजन वाले बच्चे, शिशु मृत्यु दर और न्यूरोडेवलपमेंटल विकार शामिल हैं।