मुरादाबाद वालों का सबसे बड़ा सिरदर्द होगा खत्म! जाम से मिलेगी हमेशा के लिए मुक्ति, 53 गांवों की बदलेगी किस्मत

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अगर आप मुरादाबाद शहर में रहते हैं या कभी यहां से होकर गुजरे हैं, तो आप शहर के अंदर लगने वाले भयंकर और घंटों लंबे ट्रैफिक जाम के दर्द को अच्छी तरह जानते होंगे। दिल्ली, बरेली या लखनऊ की तरफ से आने वाली गाड़ियां जब शहर के अंदर घुसती हैं, तो पूरा शहर थम सा जाता है।

लेकिन अब इस रोज-रोज के सिरदर्द को हमेशा के लिए खत्म करने का ‘महा-प्लान’ तैयार हो चुका है, और इस पर काम भी शुरू हो गया है।

शहर को जाम के इस ‘जाल’ से निकालने के लिए, सरकार मुरादाबाद के चारों ओर एक विशाल 4-लेन रिंग रोड (बाईपास) बनाने जा रही है। यह सिर्फ एक सड़क नहीं, बल्कि शहर के लिए एक नई ‘लाइफलाइन’ साबित होगी।

क्या है यह पूरा प्रोजेक्ट?

  • यह रिंग रोड लगभग 52 किलोमीटर लंबा होगा।
  • इसके रास्ते में 53 गांवों की जमीन आएगी, और इन सभी गांवों में जमीन अधिग्रहण (यानी सड़क बनाने के लिए जमीन लेने की प्रक्रिया) के लिए सरकार ने आधिकारिक सूचना जारी कर दी है।

आम आदमी को इससे क्या फायदा मिलेगा?

  1. शहर लेगा चैन की सांस: यह इसका सबसे बड़ा और सीधा फायदा है। अब दिल्ली, बरेली, लखनऊ या हरिद्वार की तरफ से आने वाली गाड़ियों को शहर के अंदर घुसने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे बाहर ही बाहर इस रिंग रोड से होकर अपनी मंजिल की ओर निकल जाएंगी, जिससे शहर के अंदर का ट्रैफिक का बोझ लगभग खत्म हो जाएगा।
  2. घंटों का सफर मिनटों में: शहर के लोगों को तो जाम से मुक्ति मिलेगी ही, साथ ही बाहर से आने-जाने वाले यात्रियों का भी घंटों का समय बचेगा।
  3. किसानों की लगेगी लॉटरी: जिन 53 गांवों की जमीन इस प्रोजेक्ट के लिए ली जाएगी, वहां के किसानों को सरकार की तरफ से अच्छा मुआवजा मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
  4. विकास को मिलेगी नई रफ्तार: जब किसी भी शहर के चारों तरफ रिंग रोड बन जाती है, तो उसके आसपास के इलाकों का विकास रॉकेट की रफ्तार से होता है। नए उद्योग, नई कॉलोनियां और नए बाजार बसते हैं, जिससे रोजगार के मौके भी पैदा होते हैं।

यह सिर्फ एक सड़क नहीं है, यह मुरादाबाद शहर की तरक्की को एक नई और तेज रफ्तार देने का एक बड़ा सपना है, जिसे हकीकत में बदलने का पहला और सबसे बड़ा कदम उठाया जा चुका है।

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