अमेरिका में 2025 के नए साल की शुरुआत: आतंकी हमला, फायरिंग, और इजरायल विरोधी प्रदर्शन चर्चा में

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अमेरिका में 2025 का पहला दिन घटनाओं से भरा रहा। जहां न्यू ऑरलिन्स में एक संदिग्ध आतंकी हमले में 15 लोगों की मौत हो गई, वहीं न्यूयॉर्क के एक क्लब में फायरिंग की घटना ने सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए। इसके अलावा, टाइम्स स्क्वेयर पर इजरायल विरोधी प्रदर्शन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरीं।

न्यू ऑरलिन्स: ट्रक हमले में 15 लोगों की मौत

न्यू ऑरलिन्स में संदिग्ध इस्लामिक स्टेट आतंकी शमसुद्दीन जब्बार ने भीड़ पर ट्रक चढ़ा दिया, जिससे 15 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हमलावर को गिरफ्तार कर लिया, और मामले की जांच जारी है। इस आतंकी हमले ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए नए साल की शुरुआत में ही चुनौती पेश कर दी है।

न्यूयॉर्क: क्लब में फायरिंग, दर्जन भर घायल

न्यूयॉर्क में एक नाइट क्लब में फायरिंग की घटना में करीब 12 लोग घायल हो गए। पुलिस के अनुसार, यह घटना व्यक्तिगत दुश्मनी का परिणाम हो सकती है, लेकिन शहर में सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। फायरिंग के बाद इलाके में डर और दहशत का माहौल बन गया।

टाइम्स स्क्वेयर: इजरायल विरोधी प्रदर्शन

टाइम्स स्क्वेयर पर सैकड़ों प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए, जिन्होंने इजरायल विरोधी नारे लगाए और अमेरिकी सरकार से इजरायल को दी जाने वाली मदद को तुरंत बंद करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने फिलिस्तीन की आजादी और गाजा के मुक्त होने तक हर साल प्रदर्शन जारी रखने का संकल्प लिया।

‘इंतिफादा क्रांति’ के नारे गूंजे

प्रदर्शनकारी ‘इंतिफादा क्रांति’ का आह्वान करते नजर आए। यह प्रदर्शन फिलिस्तीन यूथ मूवमेंट और पार्टी फॉर सोशलिज्म एंड लिबरेशन के बैनर तले आयोजित किया गया। इस दौरान नारे लगे,
“एक ही समाधान – इंतिफादा क्रांति।”

प्रदर्शन के दौरान यहूदी प्रदर्शनकारियों और फिलिस्तीनी समर्थकों के बीच झड़प के हालात बन गए। एक महिला फिलिस्तीनी प्रदर्शनकारी ने यहूदी विरोधियों पर टिप्पणी करते हुए कहा,
“हम आप लोगों को यूरोप वापस भेज देंगे।”

वायरल वीडियो: ‘गो बैक टू यूरोप’ के नारे

प्रदर्शन के एक वीडियो ने सोशल मीडिया पर जोर पकड़ा, जिसमें प्रदर्शनकारी ‘गो बैक टू यूरोप’ के नारे लगाते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में ज्यादातर महिलाएं दिखाई दे रही हैं। एक प्रदर्शनकारी ने माइक पर कहा:
“2024 का साल यहूदियों के अपराधों का गवाह रहा, और हम हर साल यहां आते रहेंगे, जब तक फिलिस्तीनियों को आजादी नहीं मिल जाती।”

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएं और चिंताएं

इन घटनाओं ने वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है। न्यू ऑरलिन्स हमले को लेकर कई देशों ने अमेरिका के प्रति संवेदना व्यक्त की है, जबकि टाइम्स स्क्वेयर प्रदर्शन ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जारी संघर्ष को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है।

अमेरिका में सुरक्षा पर सवाल

2025 के पहले दिन की ये घटनाएं अमेरिका में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। आतंकी हमले से लेकर घरेलू फायरिंग और अंतरराष्ट्रीय विरोध प्रदर्शनों तक, ये घटनाएं प्रशासन के लिए नए साल की शुरुआत में ही चुनौतियों का संकेत हैं।

आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिकी सरकार इन घटनाओं से निपटने के लिए क्या कदम उठाती है और देश की सुरक्षा को कैसे मजबूत करती है।