हाईवे बनाने वाले ठेकेदारों की 'मनमानी' अब नहीं चलेगी, NHAI ने कस दिया शिकंजा!
क्या आप भी हाईवे पर चलते हुए कभी सोचते हैं कि इतनी जल्दी सड़कों पर गड्ढे क्यों हो जाते हैं? या फिर कोई हाईवे सालों-साल बनता ही क्यों रहता है? इन सवालों का एक बड़ा जवाब है - ठेकेदारों की 'मनमानी'। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने अब सड़क बनाने वाले ठेकेदारों पर शिकंजा कसने के लिए एक बहुत बड़ा और सख्त कदम उठाया है। अब कोई भी ठेकेदार हाईवे के प्रोजेक्ट में अपनी मर्जी से छोटे-मोटे बदलाव करके पैसे नहीं बचा पाएगा और न ही क्वालिटी से कोई खिलवाड़ कर पाएगा।
अब तक क्या होता था? (और क्यों सड़कें खराब होती थीं?)
अब तक यह होता था कि हाईवे प्रोजेक्ट का डिजाइन बनने के बाद भी, ठेकेदार अक्सर काम के दौरान अपनी सुविधा और मुनाफा बढ़ाने के लिए उसमें छोटे-मोटे बदलाव कर लेते थे। जैसे- किसी खास मटेरियल की जगह कोई सस्ता मटेरियल इस्तेमाल कर लेना, या पुल बनाने की तकनीक में थोड़ा फेरबदल कर देना।
वे इसे "ज़रूरी" या "साइट की ज़रूरत" बताकर करते थे, जिससे उन्हें आर्थिक फ़ायदा तो होता था, लेकिन सड़क की मज़बूती और उम्र कम हो जाती थी। नतीजा होता था - सड़कें समय से पहले ही ख़राब हो जाती थीं, दुर्घटनाएँ बढ़ती थीं और सरकार के साथ लंबे विवाद होते थे।
NHAI ने क्या बदला है नया नियम?
NHAI ने अब इस 'चोर दरवाजे' को पूरी तरह से बंद कर दिया है। नए नियमों के मुताबिक:
- अब 'मनमानी' नहीं चलेगी: कोई भी ठेकेदार प्रोजेक्ट के स्कोप या डिजाइन में एक इंच का भी बदलाव खुद से नहीं कर सकेगा, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो।
- कई स्तरों पर होगी जांच: अगर कोई बदलाव वाकई में जरूरी है, तो इसके लिए अब सिर्फ एक अधिकारी की मंजूरी काफी नहीं होगी। इस प्रस्ताव को कई स्तरों से गुजरना होगा। प्रोजेक्ट डायरेक्टर से लेकर क्षेत्रीय अधिकारी और यहां तक कि स्वतंत्र सलाहकारों की एक टीम भी इसकी जांच करेगी।
- सबकी होगी जवाबदेही: हर स्तर पर बदलाव को मंजूरी देने वाले अधिकारी और विशेषज्ञ की जवाबदेही तय होगी। इससे कोई भी गलत फैसले को आसानी से मंजूरी नहीं दे पाएगा।
इस फैसले से आपको और हमको क्या फायदा?
यह फैसला सिर्फ कागजी नहीं है, इसका सीधा असर आपकी और हमारी यात्रा पर पड़ेगा:
- बेहतर और मजबूत सड़कें: अब सड़कों की क्वालिटी से समझौता नहीं होगा, जिससे वे ज्यादा समय तक टिकेंगी और गड्ढों से छुटकारा मिलेगा।
- सुरक्षित होगा सफर: जब सड़कें अच्छी बनेंगी, तो दुर्घटनाओं का खतरा भी कम होगा।
- पैसों की बर्बादी रुकेगी: हमारे और आपके टैक्स का पैसा अब सही जगह लगेगा और बार-बार मरम्मत पर होने वाला खर्च बचेगा।
- समय पर पूरे होंगे प्रोजेक्ट: जब विवाद कम होंगे, तो हाईवे और एक्सप्रेसवे के प्रोजेक्ट भी तेजी से पूरे होंगे।
यह NHAI का एक ऐसा कदम है, जो हाईवे निर्माण में पारदर्शिता लाएगा और ठेकेदारों की मनमानी पर रोक लगाकर देश को बेहतर और सुरक्षित सड़कें देने का काम करेगा।
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