सैफ अली खान पर हमले के मामले में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। कथित हमलावर, जिसने सैफ पर चाकू से हमला किया था, घटना के बाद करीब दो घंटे तक उसी बिल्डिंग के बगीचे में छिपा रहा जहां सैफ अली खान अपने परिवार के साथ रहते हैं। इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने दी। शुरुआत में आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और खुद को कोलकाता का निवासी बताया। लेकिन पूछताछ के बाद उसकी असलियत सामने आ गई।
घटना के बाद आरोपी बिल्डिंग में ही छिपा रहा
पुलिस के अनुसार, हमले के बाद आरोपी को डर था कि वह तुरंत पकड़ा जाएगा। इस डर से वह बांद्रा स्थित फकीर सतगुरु शरण बिल्डिंग के बगीचे में छिप गया। अधिकारी ने बताया, “16 जनवरी को अपराध करने के बाद, हमलावर दो घंटे तक बिल्डिंग के बगीचे में छिपा रहा।”
पहचान छिपाने की कोशिश
जब पुलिस ने आरोपी को पकड़ा, तो उसने खुद को “विजय दास” बताया और कहा कि वह कोलकाता का रहने वाला है। लेकिन उसके पास ऐसा कोई दस्तावेज नहीं था जिससे वह अपनी यह पहचान साबित कर सके।
सख्त पूछताछ में उगले सच
पुलिस ने जब आरोपी पर सख्ती दिखाई, तो उसने अपना असली नाम और पहचान उजागर की। उसने बताया कि वह बांग्लादेश का रहने वाला है।
बांग्लादेश से मंगवाए सबूत
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने अपने भाई से संपर्क किया और स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट मंगवाया। जब सर्टिफिकेट पुलिस को मिला, तब यह पुष्टि हुई कि उसका असली नाम शरीफुल इस्लाम शहजाद मोहम्मद रोहिल्ला अमीन फकीर है। वह 30 साल का है और बांग्लादेश का निवासी है।
जांच जारी
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी भारत में कब और कैसे दाखिल हुआ और सैफ अली खान पर हमले का उसका मकसद क्या था। यह मामला सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी गंभीर माना जा रहा है, और जांच तेज कर दी गई है।