टेस्टोस्टेरोन मांसपेशियों की वृद्धि और मजबूती में मदद करता है। अगर आपको लगता है कि आपकी मांसपेशियों की ताकत कम हो रही है या आप पहले की तरह वजन नहीं उठा पा रहे हैं, तो यह भी कम टेस्टोस्टेरोन का संकेत हो सकता है।
सेक्स इच्छा में कमी
टेस्टोस्टेरोन का पुरुषों की सेक्स ड्राइव (कामेच्छा) पर सीधा प्रभाव पड़ता है। यदि आप यौन इच्छा में कमी का अनुभव कर रहे हैं, तो यह कम टेस्टोस्टेरोन का संकेत हो सकता है।
मूड में उतार-चढ़ाव और अवसाद
टेस्टोस्टेरोन का कम स्तर मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। मूड स्विंग, चिंता और अवसादग्रस्तता के लक्षण भी कम टेस्टोस्टेरोन से संबंधित हो सकते हैं। अगर आप लगातार उदास या चिंतित महसूस कर रहे हैं, तो इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
नींद की समस्या
टेस्टोस्टेरोन की कमी से नींद से जुड़ी समस्याएं होती हैं। अगर आपको अनिद्रा या लगातार थकान महसूस हो रही है, तो यह इस बात का संकेत है कि शरीर में पर्याप्त टेस्टोस्टेरोन नहीं है।
पेट के पास वसा का जमाव
टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने से शरीर में चर्बी बढ़ने लगती है, खासकर पेट के आसपास, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।