Tesla की बड़ी चाल: यूरोप में लॉन्च किया अब तक का सबसे सस्ता मॉडल 3, क्या Elon Musk बचा पाएंगे कंपनी की डूबती नैया?
दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला ने यूरोप के बाजार में खलबली मचा दी है। लगातार गिरती बिक्री और चीन की कंपनियों से मिल रही कड़ी टक्कर के बीच, एलन मस्क की टेस्ला ने अपनी सबसे लोकप्रिय सेडान 'मॉडल 3' का एक सस्ता वर्जन लॉन्च किया है। कंपनी को उम्मीद है कि यह दांव उसके लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
कितनी कम हुई कीमत?
टेस्ला ने यूरोप के अलग-अलग देशों में इस नए मॉडल की कीमतें काफी आकर्षक रखी हैं।
- जर्मनी में: लगभग €37,970 (करीब 34 लाख रुपये)
- नॉर्वे में: 330,056 क्रोनर (करीब 26 लाख रुपये)
- स्वीडन में: 449,990 क्रोनर (करीब 36 लाख रुपये)
इस सस्ते मॉडल में कुछ प्रीमियम फीचर्स की कटौती की गई है, लेकिन कार की सबसे खास बात, यानी उसकी रेंज के साथ कोई समझौता नहीं किया गया है। यह नई कार भी एक बार फुल चार्ज होने पर 300 मील (लगभग 480 किलोमीटर) से ज्यादा की दूरी तय कर सकती है।
टेस्ला क्यों है इतनी परेशान?
एलन मस्क की कंपनी के लिए यह कदम उठाना बेहद जरूरी हो गया था। इसके पीछे कुछ बड़ी वजहें हैं:
- चीन की BYD ने पछाड़ा: यूरोप में पहली बार ऐसा हुआ है कि चीन की कार कंपनी BYD ने टेस्ला को पछाड़कर सबसे ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियां बेचने का खिताब अपने नाम कर लिया है। टेस्ला की बिक्री लगातार गिर रही है।
- एलन मस्क की राजनीति: टेस्ला के मालिक एलन मस्क के विवादित राजनीतिक बयान और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उनकी नजदीकियों ने भी यूरोप के ग्राहकों को नाराज किया है। इससे कंपनी की ब्रांड इमेज को काफी नुकसान पहुंचा है।
- ब्रिटेन में नया टैक्स: ब्रिटेन में सरकार ने इलेक्ट्रिक कारों पर एक नया रोड टैक्स लगा दिया है। अप्रैल 2028 से वहां EV मालिकों को हर मील गाड़ी चलाने पर 3 पेंस (लगभग 3 रुपये) चुकाने होंगे, जिससे सालाना खर्च में औसतन £250 (लगभग 26,000 रुपये) की बढ़ोतरी होगी। इस फैसले से भी इलेक्ट्रिक कारों की मांग पर असर पड़ा है।
टेस्ला का यह नया सस्ता मॉडल एक तरह से डूबते को तिनके का सहारा जैसा है। अब देखना यह होगा कि क्या कम कीमत का यह दांव यूरोप के नाराज ग्राहकों को वापस शोरूम तक खींच पाएगा और क्या टेस्ला अपना खोया हुआ ताज दोबारा हासिल कर पाएगी।
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