भारत बनाम जिम्बाब्वे 5वें मैच की मुख्य विशेषताएं: प्लेयर ऑफ द मैच दुबे के 12 गेंदों पर 26 रन बनाने के बाद दो विकेट लेने के बाद भारत ने श्रृंखला के पांचवें और अंतिम टी20 मैच में जिम्बाब्वे को 42 रनों से हरा दिया।
पांच मैचों की टी20 सीरीज 4-1 से जीती
इसके साथ ही गिल की अगुवाई में युवा सितारों ने पांच मैचों की टी20 सीरीज 4-1 से जीत ली. सैमसन के 45 गेंद में 58 रन की बदौलत भारत ने छह विकेट पर 197 रन बनाये. जवाब में जिम्बाब्वे की टीम 18.3 ओवर में 125 रन पर आउट हो गई। मुकेश कुमार ने 22 रन देकर चार बल्लेबाजों को आउट किया।
सुंदर को प्लेयर ऑफ द सीरीज घोषित किया गया
वॉशिंगटन सुंदर को सीरीज में 28 रन बनाने और 8 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज घोषित किया गया। जिम्बाब्वे ने टॉस जीतकर भारत को बल्लेबाजी का न्यौता दिया। महज 40 पर 3 विकेट गंवाने के बाद सैमसन (58) ने पराग (22) के साथ 65 और दुबे (26) के साथ 30 रन जोड़कर टीम को 6 विकेट पर 167 रन तक पहुंचाया.
आखिरी मैच में संजू-शिवम ने जोरदार बल्लेबाजी की
सीरीज के आखिरी मैच में भारतीय टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 167 रन बनाए. एक समय टीम ने महज 40 रन पर 3 विकेट गंवा दिए थे. इसके बाद संजू सैमसन और रियान पराग ने 56 गेंदों पर 65 रनों की साझेदारी की और टीम को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला.
संजू ने 45 गेंदों पर 58 रनों की पारी खेली, जिसमें उन्होंने 4 छक्के और 1 चौका लगाया. जबकि रेयान ने 22 रन बनाए. अंत में शिवम दुबे ने 12 गेंदों में 22 रन बनाये. वहीं जिम्बाब्वे की ओर से ब्लेसिंग मुजरबानी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 2 विकेट झटके. कप्तान सिकंदर रज़ा, रिचर्ड नगारावा और ब्रेंडन मावुता को 1-1 सफलता मिली।
बल्लेबाजों के बाद गेंदबाजों ने दिखाया दम
भारत ने आखिरी छह ओवर में 62 रन बनाये. जिम्बाब्वे ने भारतीय गेंदबाजी के सामने घुटने टेक दिए. मार्स ने 34 और मारुमानी-अकरम ने 27-27 रन बनाए। मुकेश ने चार और दुबे ने दो विकेट लिये. इससे पहले पहला टी20 जिम्बाब्वे ने जीता था. जिसके बाद चारों मैच भारत के नाम रहे.
भारतीय टीम ने विदेशी धरती पर इतिहास रच दिया
जिम्बाब्वे की हार के साथ ही भारतीय टीम अब विदेश में सबसे ज्यादा 51 टी20 मैच जीतने वाली पहली टीम बन गई है. भारतीय टीम ने अब तक विदेशी धरती पर 82 टी20 मैच खेले हैं, जिनमें से उसने 51 मैच जीते हैं और 27 मैच हारे हैं। 3 मैच टाई रहे और एक का कोई नतीजा नहीं निकला.